Samachar Post डेस्क, रांची :लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बड़े चेहरे और उसके छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को एनआईए ने बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया। वह अमेरिका से डिपोर्ट होकर भारत पहुंचा था। अनमोल पर एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या साजिश में अहम भूमिका का आरोप है। 2022 से वह फरार था।
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अमेरिका ने ठुकराई राजनीतिक शरण याचिका
सूत्रों के अनुसार, अनमोल की राजनीतिक शरण की अर्जी लुइज़ियाना कोर्ट ने दो दिन पहले खारिज कर दी। इसके बाद उसे चार्टर्ड फ्लाइट से भारत भेजा गया। उसके साथ पंजाब के दो और वांछित आरोपी भी डिपोर्ट किए गए।
विदेश बैठकर चला रहा था बिश्नोई गैंग का टेरर नेटवर्क
एनआईए के मुताबिक, अनमोल 2020 से 2023 के बीच विदेश से बैठकर बिश्नोई-गोल्डी बराड़ नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा था। जांच में सामने आया कि उसने शूटरों को लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया। गैंग के ठिकाने सेट करवाए। भारत में एक्सटॉर्शन और हमलों की प्लानिंग की। आतंकी गतिविधियों को फंडिंग और दिशा दी। एनआईए ने बताया कि अनमोल इस केस में गिरफ्तार 19वां आरोपी है। उसके खिलाफ 2023 में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है।
31 केस, 9 वारंट, 10 लाख का इनाम
अनमोल के खिलाफ राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में कुल 31 केस दर्ज हैं और 9 गिरफ्तारी वारंट जारी हैं। उसके सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम था। वह 15 मई 2022 को फर्जी पासपोर्ट के सहारे अमेरिका भागा था। पासपोर्ट की गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद भारत ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था।
किन बड़े मामलों में है शक की सुई
एजेंसियां अब गहन पूछताछ कर रही हैं। जिन प्रमुख मामलों में उसकी भूमिका की जांच चल रही है सिद्धू मूसेवाला मर्डर (2022), बाबा सिद्दीकी मर्डर केस (2024), सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग केस। एनआईए अब बिश्नोई नेटवर्क की फंडिंग, टेरर लिंक और हथियार सप्लाई चेन को पूरी तरह खत्म करने की तैयारी में है।
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