Samachar Post डेस्क, रांची : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सासाराम सीट से राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को सोमवार को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी झारखंड के गढ़वा जिले की पुलिस ने सासाराम पुलिस की मदद से की। नामांकन के बाद पुलिस टीम ने उन्हें हिरासत में लेकर 10 गाड़ियों के काफिले के साथ गढ़वा लाया, जहां सदर थाना पुलिस ने पूछताछ शुरू की।
20 से अधिक आपराधिक मामलों में आरोपी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सत्येंद्र साह पर 2018 में गढ़वा के चिरौंजिया मोड़ स्थित बैंक डकैती में शामिल होने का आरोप है। इस मामले में उनके खिलाफ स्थायी वारंट (लाल वारंट) जारी किया गया था। गढ़वा पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, उनके खिलाफ 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट और धमकी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। रोहतास के एसडीपीओ टू कुमार वैभव ने बताया कि, नामांकन के बाद सासाराम में ही उन्हें गिरफ्तार कर गढ़वा भेजा गया।
नामांकन के तुरंत बाद गिरफ्तारी से मचा हड़कंप
जैसे ही सत्येंद्र साह ने सासाराम अनुमंडल कार्यालय में नामांकन दाखिल किया और बाहर निकले, पुलिस ने मौके पर ही उन्हें घेर लिया। घटनास्थल पर मौजूद बड़ी संख्या में राजद समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया, जिससे कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई। हालांकि, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए सत्येंद्र साह को गढ़वा भेज दिया। बाद में उन्हें न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।
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राजनीतिक साजिश का आरोप
सत्येंद्र साह के समर्थकों ने गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश बताया। उनका कहना है कि यह कदम विपक्षी दलों के दबाव में उठाया गया ताकि उनके नेता की छवि खराब की जा सके। वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई है, जिसमें किसी राजनीतिक दबाव की भूमिका नहीं है।
क्षेत्र में बढ़ी राजनीतिक हलचल
सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी से गढ़वा और सासाराम में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि 21 साल पुराने बैंक डकैती मामले में अदालत आगे क्या फैसला सुनाती है।
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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।