
Samachar Post डेस्क, रांची : झारखंड के शिक्षा मंत्री और झामुमो के वरिष्ठ नेता रामदास सोरेन के आकस्मिक निधन से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री, राज्यपाल से लेकर विपक्षी नेताओं और विभिन्न दलों के नेताओं ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने जताया शोक
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर भावुक शब्दों में लिखा ऐसे छोड़ कर नहीं जाना था रामदास दा.. अंतिम जोहार दादा..
राज्यपाल संतोष गंगवार ने शोक संदेश जारी करते हुए कहा
- रामदास सोरेन जी का आकस्मिक निधन राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा
- रामदास सोरेन जी के निधन की दुखद सूचना से व्यथित हूं। मरांग बुरु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दें। अंतिम जोहार!”
- नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस क्षति को झारखंड की राजनीति और समाज के लिए अपूरणीय बताया। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन जी का निधन केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि सामाजिक और राजनीतिक क्षति है।

आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा
- माननीय शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन जी के असमय देहावसान की सूचना अत्यंत पीड़ादायक है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति॥
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लिखा
- बाबा बैद्यनाथ से प्रार्थना है कि वे रामदास सोरेन की आत्मा को शांति दें और परिजनों को यह असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।”
मंत्रियों ने भावुक शब्दों में याद किया
- मंत्री दीपिका पांडेय – रामदास सोरेन जी के योगदान और जनसेवा को सदैव याद किया जाएगा।
- मंत्री दीपक बिरुआ – बस इतना याद रहेगा जीवनभर ‘एक साथी और भी था’। अंतिम जोहार मेरे भाई।
- मंत्री सुदिव्य सोनू – रामदास दा के रूप में आज मैंने अपना एक अभिभावक खो दिया। उनका निधन झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है।
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झारखंड की राजनीति के लिए दोहरा सदमा
रामदास सोरेन के निधन से झामुमो ही नहीं, बल्कि पूरा झारखंड एक सच्चे जननेता से वंचित हो गया है। उनका सरल स्वभाव, जनसेवा के प्रति निष्ठा और राजनीतिक प्रतिबद्धता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।
गौरतलब है कि इससे पहले 4 अगस्त को दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन हुआ था। महज एक महीने के भीतर राज्य ने दो बड़े आदिवासी नेताओं को खो दिया है। संयोग से आज ही शिबू सोरेन का श्राद्ध कर्म भी है।
रामदास सोरेन : एक नजर में
- झामुमो के वरिष्ठ नेता
- घाटशिला विधानसभा से 2009, 2019 और 2024 में विधायक निर्वाचित
- 2009 में कांग्रेस नेता डॉ. प्रदीप बालमुचू को हराया था
- कोल्हान क्षेत्र के लोकप्रिय और प्रभावशाली नेता
रामदास सोरेन का जाना झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। पूरा राज्य आज एक सच्चे जनसेवक को याद कर रहा है।

Reporter | Samachar Post
मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।