
- अबुआ अधिकार मंच ने रांची उपायुक्त समेत अन्य अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन, बताया- 10 वर्षों में जनप्रतिनिधियों ने 25 से ज्यादा एंबुलेंस उपलब्ध कराई, पर एक भी संचालन में नहीं
Samachar Post, रांची : रांची जिले के सिल्ली विधानसभा क्षेत्र में एंबुलेंस सेवाओं की बदहाल स्थिति को लेकर अबुआ अधिकार मंच ने गहरी नाराजगी जाहिर की है। संगठन ने इस मुद्दे पर उपायुक्त रांची समेत अन्य अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि पूरे जिले, खासकर सिल्ली क्षेत्र में सरकारी और सांसद/विधायक निधि से उपलब्ध कराई गई एंबुलेंसों की समुचित समीक्षा कर कार्रवाई की जाए। ज्ञापन में बताया गया है कि वर्तमान समय में सिल्ली विधानसभा क्षेत्र में एक भी सरकारी एंबुलेंस सेवा चालू नहीं है। नतीजा यह है कि सड़क दुर्घटना या गंभीर बीमारी के मामले में मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद निजी वाहनों के भरोसे रांची रेफर किया जा रहा है, जिससे कई बार मरीज रास्ते में दम तोड़ देते हैं। अबुआ अधिकार मंच के नीरज वर्मा द्वारा दिए गए ज्ञापन के मुताबिक, पिछले 10 वर्षों में जनप्रतिनिधियों द्वारा 25 से अधिक एंबुलेंस इस क्षेत्र में उपलब्ध कराई गई थीं, लेकिन इनमें से कोई भी एंबुलेंस फिलहाल संचालन में नहीं है, न ही इन वाहनों पर कोई टोल-फ्री नंबर या संपर्क सूत्र अंकित है।
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प्रशासन से मांग- सीएचसी अस्पतालों को एंबुलेंस संचालन व रखरखाव की जिम्मेदारी दी जाए
नीरज वर्मा ने आरोप लगाया कि यह स्थिति ना सिर्फ जनता के टैक्स का दुरुपयोग है, बल्कि आम लोगों की जिंदगी से सीधे तौर पर खिलवाड़ है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि यदि जिम्मेदारी निभा रहे एनजीओ विफल पाए जाएं, तो उनसे एंबुलेंस वापस ली जाए और संबंधित सीएचसी अस्पतालों को एंबुलेंस संचालन व रखरखाव की जिम्मेदारी दी जाए। साथ ही, मंच ने मांग की कि हर एम्बुलेंस पर स्पष्ट टोल-फ्री नंबर, ट्रैकिंग सिस्टम और संपर्क सूत्र अंकित किया जाए, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और जनता को समय पर लाभ मिल सके।
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