
केमिकल स्टोर प्रभारी ने अधीक्षक को लिखा पत्र, रविंद्र झा को नो ड्यूज देने से इंकार
Samachar Post, रांची : रिम्स के रसायन भंडार (केमिकल स्टोर) में बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। कमेकिल स्टोर की प्रभारी ने इस वित्तिय अनियमितता के बारे में संकेत दिया है। प्रभारी ने रिम्स अधीक्षक को लिखे पत्र में कहा है कि पूर्व में केमिकल भंडार के कार्यररत भंडारपाल रविंद्र झा की ओर से स्टाक इंट्री में गड़बड़ी की गई है। ऐसे में उन्हें नो ड्यूज नहीं दिया जा सकता है। स्टोर प्रभारी ने लिखा है चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय पत्रांक 5256 दिनांक 18.12.2024 के द्वारा दो सप्ताह के अंदर सभी लबित विपत्रों की सूची तैयार करते हुए विलंब करने का कारण बताने को कहा गया था। पुराने विपत्रों से संबंधित फाइलों के अध्ययन करने से ज्ञात होता है कि विलंब होने का मूल कारण स्टाक रजिस्ट्रर में प्रविष्टि ना होना, आधी अधुरी प्रविष्टि है। प्रभारी ने इन सब कमियों को सचिकाओं टिप्पण भाग में लिखा है। साथ ही प्रभारी ने लिखा है कि फाइल में 2022 के भी विपत्र पत्र है। उस समय तत्कालीन भण्डार पाल रविंद्र झा सहायक लिपिक/भण्डारपाल थे।
स्टाक प्रविष्टि अधुरी या न होने, स्टाक में सामान की प्राप्ति या वितरण पर निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि विपत्र भुगतान एक वित्तीय मामला है इसलिए वर्तमान में मेरे द्वारा रविंद्र झा वर्तमान कार्यालय अधीक्षक को रसायन भण्डार के संबंध में नो ड्यूज नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि ये वितिय अनियमिता कि श्रेणी में आएगा। बताते चलें कि इससे पहले भी रिम्स के कर्मियों द्वारा विपत्र प्रविष्टि में गड़बड़ी की गई है। कई कर्मचारियों को सस्पेंड भी किया गया है। अब रसायन भंडार में भी यह मामला सामने आया है। बताते चलें कि रविंद्र झा इसी माह रिटायर होने वाले हैं।