- सांस फूलने की समस्या, सांस या फेफड़ों की बीमारी, रक्त विकार, दिल की बीमारी, माउंटेन सिकनेस आदि है तो अमरनाथ यात्रा के लिए न करें आवेदन
Samachar Post, रांची : श्री अमरनाथ यात्रा 27 जून से 17 अगस्त तक चलेगी। इस बार यात्रा सिर्फ 45 दिनों की होगी। झारखंड समेत दूसरे राज्यों से भी अच्छी संख्या में श्रद्धालु यात्रा के लिए जाते है। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। श्रद्धालु 17 अप्रैल से ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों ही प्रक्रिया के तहत अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। यात्रा के लिए इस साल भी स्वास्थ्य सर्टिफिकेट अनिवार्य किया गया है। स्वास्थ्य जांच से लेकर सर्टिफिकेट निर्गत करने के लिए रिम्स प्रबंधन ने आठ सदस्यीय चिकित्सकों की टीम का गठन किया है। उक्त टीम के डॉक्टर्स यात्रियों के मेडिकल हिस्ट्री लेने के साथ-साथ सभी तरह की जांच रिपोर्ट देखकर सर्टिफिकेट निर्गत करेंगे।
आठ सदस्यीय टीम में ये डॉक्टर्स है शामिल
चिकित्सक – विभाग – कब मिलेंगे
1. डॉ. दिवाकर कुमार – सहायक प्राध्यपक, मेडिसिन विभाग – सोमवार
2. डॉ. गगन गुंजन – सहायक प्राध्यपक, मेडिसिन विभाग – मंगलवार
3. डॉ नीलाभ कुमार सिंह – सहायक प्राध्यपक, मेडिसिन विभाग – बुधवार
4. डॉ. सिद्धार्थ कपुर – सहायक प्राध्यापक, मेडिसिन विभाग – गुरुवार
5. डॉ. सुजीत मरांडी – सहायक प्राध्यापक, मेडिसिन विभाग – शुक्रवार
6. डॉ सतीश कुमार – सहायक प्राध्यपक, मेडिसिन विभाग – शनिवार
7. डॉ रमेश कुमार खरवार – सहायक प्राध्यपक, निश्चेतना विभाग – प्रतिदिन
8. डॉ प्रियंका श्रीवास्तव – सहायक प्राध्यपक, निश्चेतना विभाग – प्रतिदिन
13 से 70 साल आयु वाले ही कर सकते है अमरनाथ यात्रा… ये बीमारियां है तो आवेदन न करें
श्री अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की उम्र 13 से 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए। यात्रा से पहले श्रद्धालुओं को सांस फूलना, सांस या फेफड़ों की बीमारी, रक्त विकार, खून बहने की प्रवृत्ति, दिल की बीमारी, जोड़ों का दर्द, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मिर्गी, नर्वस ब्रेक डाउन, स्ट्रोक, स्ट्रोक का इतिहास, कान से डिस्चार्ज, माउंटेन सिकनेस आदि की जानकारी डॉक्टरों के साथ साझा करनी होगी। इसके अलावा प्रेगनेंसी और धूम्रपान सम्बंधित जानकारी भी चिकित्सकों को देनी होगी। डॉक्टर द्वारा स्वास्थ्य प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही यात्रा में शामिल हो सकेंगे।