Samachar Post रिपोर्टर, रांची : राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मुक्त भारत अभियान2025 की शुरुआत मंगलवार को सिविल सर्जन कार्यालय सभागार से की गई। यह अभियान 1 जुलाई से 31 दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसका उद्देश्य जन-जन को टीबी रोग के लक्षण, बचाव व इलाज के प्रति जागरूक करना और मरीजों की पहचान कर निःशुल्क जांच व इलाज उपलब्ध कराना है। अभियान की शुरुआत सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने की। मौके पर डीआरसीएचओ डॉ. अशीम माझी, डीटीओ डॉ. एस बास्की, डीएलओ डॉ. सीमा गुप्ता, डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट, राज्य यक्ष्मा पदाधिकारी, डीपीएम प्रवीण कुमार, डीपीसी राकेश राय समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
दवा के साथ हर माह डीबीटी से मिलेंगे 1000 रुपये
रांची जिले के सभी प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों में वल्नरेबल ग्रुप की घर-घर स्क्रीनिंग सहिया और स्वास्थ्यकर्मियों के माध्यम से की जाएगी। चिन्हित मरीजों को सीबी-नैट टेस्ट, निःशुल्क दवा और निश्चय पोषण योजना के तहत 1000 प्रतिमाह डीबीटी के जरिए सहायता दी जाएगी। साथ ही फूड बास्केट भी उपलब्ध कराई जाएगी।
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13 पंचायत हो चुके हैं टीबी मुक्त
अब तक जिले के 13 पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया जा चुका है। अभियान के तहत जागरूकता रथ भी रवाना किए गए हैं, जो गांव-गांव जाकर लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करेंगे। मरीजों के सैंपल अब पोस्ट ऑफिस के जरिए भी भेजे जा रहे हैं, जिससे जांच प्रक्रिया को सरल बनाया जा सके।