Samachar Post रिपोर्टर,रांची :इंडियन डेंटल एसोसिएशन (IDA) रांची शाखा द्वारा आयोजित 7वां झारखंड राज्य दंत सम्मेलन रविवार को सफलतापूर्वक заверш हुआ। 7 से 9 नवंबर तक चले इस तीन दिवसीय सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से आए दंत विशेषज्ञ, शोधकर्ता, शिक्षाविद् और चिकित्सक शामिल हुए। यह आयोजन दंत चिकित्सा में आधुनिक तकनीक, शोध और नये उपचार प्रोटोकॉल साझा करने का बड़ा मंच साबित हुआ।
महत्वपूर्ण विषयों पर हुए विशेष सत्र
सम्मेलन में दंत चिकित्सा से जुड़े कई उन्नत और क्लीनिकल विषयों पर चर्चा की गई, जिनमें प्रमुख रहे:
- एंडोडोंटिक्स (रूट कैनाल उपचार की नई तकनीकें)
- लेजर डेंटिस्ट्री (बिना दर्द वाले आधुनिक उपचार)
- मेडिको-लीगल केस और प्रैक्टिस चुनौतियां
- ऑर्थोडॉन्टिक्स और एस्थेटिक/कॉस्मेटिक डेंटिस्ट्री
- ओरल कैंसर की शुरुआती जांच और उपचार
- लोकल एनेस्थीसिया के नए प्रोटोकॉल
- टीएमजे (जबड़े के जोड़ से जुड़ी समस्या) के नॉन-सर्जिकल उपचार
आधुनिक इलाज और तकनीक पर विशेषज्ञों का फोकस
दंत विशेषज्ञों ने बताया कि अब इलाज तेजी से डिजिटल, माइक्रोस्कोपिक और टिश्यू-सेविंग तकनीकों की ओर बढ़ रहा है। लेजर तकनीक अब दर्द रहित उपचार में क्रांति ला रही है। माइक्रोस्कोप आधारित रूट कैनाल प्रक्रिया अधिक सटीक और सुरक्षित हो रही है। डिजिटल स्माइल डिजाइनिंग से कॉस्मेटिक डेंटिस्ट्री के परिणाम और बेहतर हुए हैं। ओरल कैंसर सत्र में विशेषज्ञों ने प्रारंभिक पहचान, आधुनिक स्क्रीनिंग टूल्स और प्रभावी उपचार पर जोर दिया। वहीं टीएमजे डिसऑर्डर से जुड़े सत्र में बताया गया कि जबड़े के दर्द, क्लिकिंग, मांसपेशियों में तनाव और चेहरे की बनावट से जुड़े कई विकारों के लिए अब नई नॉन-सर्जिकल थेरेपी उपलब्ध हैं।
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युवाओं और चिकित्सकों को मिला बड़ा सीखने का अवसर
सम्मेलन के दौरान साक्ष्य-आधारित उपचार, रोगी सुरक्षा, क्लीनिकल प्रोटोकॉल और नवीनतम शोध पर गहन चर्चा हुई। यह आयोजन विशेष रूप से युवा दंत चिकित्सकों के लिए प्रेरणादायक रहा, क्योंकि उन्हें आधुनिक तकनीकों और बदलती पेशेवर मांग के अनुरूप खुद को तैयार करने का अवसर मिला।
रिनपास में आयोजित हुआ सम्मेलन
यह तीन दिवसीय कार्यक्रम जेई धुंजीभोय एकेडमिक एंड रिसर्च सेंटर, रिनपास में आयोजित किया गया। आईडीए रांची द्वारा आयोजित यह सम्मेलन झारखंड में:
- दंत चिकित्सा के आधुनिकीकरण
- शोध को बढ़ावा
- चिकित्सकों के पेशेवर सहयोग
- और बेहतर जन स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।
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