- 24 से 26 अक्टूबर तक होगी चौथी सैफ सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप, 72 भारतीय एथलीट 37 स्पर्धाओं में पदक के लिए मैदान में उतरेंगे
Samachar Post रिपोर्टर, रांची : 24 से 26 अक्टूबर तक रांची के बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में चौथी सैफ सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप आयोजित होनी है। दक्षिण एशियाई एथलेटिक्स में भारत परंपरागत रूप से अग्रणी रहा है। पिछली चैंपियनशिप 2008 में कोच्चि में आयोजित हुई थी, जिसमें भारत ने 57 पदक (24 स्वर्ण, 19 रजत, 14 कांस्य) जीतकर शीर्ष स्थान हासिल किया था। इस बार भी भारत इतिहास रचने को तैयार है। बुधवार को भारतीय एथलीटों ने बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में जमकर अभ्यास किया। घंटों तक विविध ट्रैक और फील्ड इवेंट्स की प्रैक्टिस करते हुए उन्होंने अपनी तकनीक, गति और सहनशक्ति पर काम किया। हर खिलाड़ी ने अलग-अलग स्पर्धाओं के लिए खुद को तैयार किया और टीम ने पदक की उम्मीदों को सशक्त बनाने के लिए पूरी मेहनत दिखाई। प्रैक्टिस सेशन वातावरण ऊर्जा और उत्साह से भरपूर रहा।
पुरुष वर्गों में करेंगे नेवृत्व
पुरुष वर्ग में संदीप सिंह (200 मीटर) और प्रकाश गडादे (800 मीटर) ट्रैक इवेंट्स का नेतृत्व करेंगे। मध्यम और लंबी दूरी के धावक सुनील दावर (1500 मीटर) और प्रिंस कुमार (5000 मीटर) भारत की उम्मीदों को मजबूत करेंगे। फील्ड इवेंट्स में मोहम्मद अत्ता साजिद (लंबी कूद), समरदीप गिल (शॉट पुट) और दमनीत सिंह (हैमर थ्रो) प्रमुख दावेदार होंगे।
महिला वर्ग में पदक की खूब उम्मीद
इधर, महिला वर्ग में साक्षी चव्हाण (200 मीटर) और अमनदीप कौर (800 मीटर) ट्रैक इवेंट्स की अगुवाई करेंगी। लंबी दूरी में सीमा (5000 मीटर) भारत की प्रमुख दावेदार हैं। युवा प्रतिभाएं रीत राठौर (हाई जंप) और भावनी यादव (लॉन्ग जंप) भारत की नई शक्ति का प्रतिनिधित्व करेंगी। इस बार महिला वर्ग से भी पदक की बड़ी उम्मीद है।
भारत एक बार फिर नेतृत्व के लिए तैयार : मधुकांत पाठक
झारखंड ओलंपिक संघ के महासचिव मधुकांत पाठक ने कहा कि हम शीर्ष स्थान बनाए रखने के लिए आश्वस्त हैं। हमारी टीम के लगभग 50% खिलाड़ी युवा हैं, जो भारत की नई प्रतिभाओं को अवसर देने की नीति को दर्शाता है। इस बार भारत 25 से अधिक स्वर्ण पदक जीतने की क्षमता रखता है। उन्होंने बताया कि लगभग 30 स्टाफ, 200 प्रशिक्षक और 7,000 एथलीट भारत के एथलेटिक्स ढांचे को सशक्त बनाते हैं। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा इसी प्रणाली की उपज हैं।
यह भी पढ़ें: कुख्यात राहुल सिंह के पांच गुर्गे गिरफ्तार, रेलवे साइडिंग पर करने वाले थे गोलीबारी
दक्षिण एशिया के छह देशों की भागीदारी
इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव और श्रीलंका के शीर्ष एथलीट हिस्सा लेंगे। भारत के 70 से अधिक एथलीटों की टीम 37 स्पर्धाओं में पदक की चुनौती पेश करेगी।
जिला प्रशासन भी कर रही अपनी तैयारियां…
- सुरक्षा और ट्रैफिक : स्टेडियम क्षेत्र में प्रतियोगिता के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा। जिला परिवहन अधिकारी को हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, होटल और स्टेडियम के बीच विशेष वाहन सेवा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
- पार्किंग व्यवस्था : वीआईपी, मीडिया और आम दर्शकों के लिए अलग-अलग पार्किंग सुनिश्चित की जाएगी ताकि जाम की स्थिति न बने।
- खेलगांव सुरक्षा : खिलाड़ियों और प्रतिनिधियों के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और आरामदायक आवास व्यवस्था। खेलगांव परिसर और होटल एरिया में 24 घंटे सुरक्षा बलों की निगरानी रहेगी।
- चिकित्सा और इमरजेंसी : स्टेडियम में 24×7 मेडिकल यूनिट, एम्बुलेंस और फर्स्ट एड सेंटर की व्यवस्था। रिम्स और सदर अस्पताल में आपातकालीन बेड और एम्बुलेंस आरक्षित। सेकंड-लाइन रेस्पॉन्स टीम हमेशा सक्रिय।
- सफाई, पेयजल और बिजली : नगर निगम को परिसर की सफाई, कचरा निष्पादन, पेयजल आपूर्ति और शौचालयों की नियमित निगरानी के निर्देश। विद्युत विभाग को बैकअप जनरेटर, हाई-मास्ट लाइटिंग और पावर सप्लाई की निरंतरता सुनिश्चित करने का निर्देश।
- टेक्निकल तैयारी : डीसी ने खुद ट्रैक एंड फील्ड, इलेक्ट्रॉनिक टाइमिंग सिस्टम, डिजिटल स्कोर बोर्ड, मीडिया गैलरी, वीआईपी एरिया और वार्मअप जोन की समीक्षा की है।
- मीडिया व्यवस्था : राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लिए मीडिया सेंटर, लाइव फीड सिस्टम और हाई-स्पीड इंटरनेट की व्यवस्था।
Reporter | Samachar Post
मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।