- गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. जयंत कुमार घोष के नेतृत्व में हुई पित्त नली में स्टेंटिंग और बायोप्सी
Samachar Post रिपोर्टर, रांची : सदर अस्पताल रांची में आधुनिक चिकित्सा तकनीक ईआरसीपी के माध्यम से जॉन्डिस के एक जटिल मामले का सफल उपचार किया गया। यह केस पित्त की नली (सीबीडी) के मुंह में कैंसर के कारण हुए अवरोध से संबंधित था। गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. जयंत कुमार घोष के नेतृत्व में विशेषज्ञ टीम ने मरीज की पित्त नली में स्टेंट लगाकर सफल इलाज किया। साथ ही कोलांजियो कार्सिनोमा जैसी गंभीर बीमारी के मरीजों में भी ईआरसीपी द्वारा स्टेंटिंग और बायोप्सी की गई, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिली।
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जटिल सर्जरी में इन डॉक्टरों का रहा याेगदान
इस सफल चिकित्सा टीम में गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. जयंत कुमार घोष, एनेस्थेटिस्ट डॉ. वसुधा गुप्ता, सिस्टर सीमा कुमारी, सिस्टर श्वेता तिग्गा, सिस्टर एमलिन तिग्गा, शेषनाथ यादव, सेवक कुमार मंडल, अमित कुमार, सिस्टर अनिक लकड़ा और नयन नितेश शामिल थे। सदर अस्पताल प्रशासन ने इस उपलब्धि को कैंसर और पित्त नली संबंधी बीमारियों के उन्नत इलाज की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि बताया। इस तकनीक से अब जटिल मामलों में भी रांची के मरीजों को बेहतर इलाज स्थानीय स्तर पर मिल सकेगा।
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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।