Samachar Post रिपोर्टर, हजारीबाग:हजारीबाग स्थित विनोबा भावे विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में 13 अक्टूबर को शिक्षक, अभिभावक और विद्यार्थियों की संयुक्त संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्ण कुमार गुप्ता ने की। इस मौके पर विद्यार्थियों और अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
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विद्यार्थियों के विकास पर जोर
संगोष्ठी में विभाग के प्राध्यापक डॉ. केदार सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर विस्तार से बात करते हुए बताया कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि विद्यार्थियों के गुणों और व्यक्तित्व निर्माण पर भी ध्यान देना जरूरी है। वहीं डॉ. सुबोध कुमार सिंह (शिवगीत) ने विभाग की हरियाली, विद्यार्थियों के अनुशासन, वेशभूषा और भारतीय संस्कृति के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी आत्मनिर्भर और सशक्त बनें, इसके लिए परिवार और शिक्षक दोनों की भूमिका अहम है।
अभिभावकों और विभाग का संवाद
अभिभावकों ने विभाग के उत्कृष्ट योगदान के लिए आभार व्यक्त किया और कुछ सुधारों के सुझाव भी साझा किए। विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्ण कुमार गुप्ता ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और भारतीय संस्कृति के मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। इस कार्यक्रम में विद्यार्थी, शोधार्थी और शिक्षकेतर कर्मियों की भी सक्रिय भागीदारी रही। मंच संचालन शोधार्थी अंजली कुमारी ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन अनुपम कुमार ने दिया।
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