Samachar Post रिपोर्टर, रांची : रिम्स में 9 अक्टूबर को गवर्निंग बॉडी (जीबी) की अहम बैठक होने जा रही है। यह बैठक बीते 13 सितंबर को हाईकोर्ट के निर्देश पर आयोजित पिछली बैठक में तय की गई थी। बैठक से पहले सोमवार को निदेशक डॉ. राजकुमार ने अधिकारियों के साथ समीक्षा की और निर्देश दिया कि मरीज हित से जुड़े पिछले जीबी के स्वीकृत प्रस्तावों को जल्द लागू किया जाए। इनमें वेंटिलेटर मशीन की खरीद, दवाओं की उपलब्धता, फैकल्टी और स्टाफ की कमी जैसी प्रमुख समस्याएं शामिल हैं। इस बैठक में 20 से अधिक एजेंडा पर चर्चा की जाएगी, जिनमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है।
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इन एजेंडों पर हाेगी चर्चा
- नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी: चिकित्सा संवर्ग, वरीय रेजीडेंट/ट्यूटर, तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के रिक्त पदों पर नियुक्ति को लेकर चर्चा होगी।
- नए विभागों का गठन: पहले से प्रस्तावित नए विभागों के लिए आवश्यक पदों का सृजन और मंजूरी पर विचार किया जाएगा।
- सुविधाओं का विस्तार: मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए मशीनें, उपकरण, दवाइयां, सर्जिकल सामग्री और केमिकल की खरीद पर फैसला लिया जाएगा। वर्तमान में ₹166.30 करोड़ की खरीद प्रक्रिया जारी है, जबकि ₹282.77 करोड़ की भविष्य की योजना तैयार की गई है।
- इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार: रिम्स परिसर के जर्जर भवनों की मरम्मत, नए भवनों के निर्माण, जलजमाव और पेयजल आपूर्ति की स्थायी व्यवस्था पर प्रस्ताव रखे जाएंगे।
- आपात सेवाओं का उन्नयन: ट्रॉमा सेंटर और सेंट्रल इमरजेंसी सेवाओं को मजबूत करने के लिए विशेष प्रस्तावों पर चर्चा होगी।
- डॉक्टरों की निजी प्रैक्टिस पर रोक: रिम्स में कार्यरत डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगाने और बायोमेट्रिक उपस्थिति को अनिवार्य करने पर निर्णय लिया जा सकता है।
- वित्तीय और प्रशासनिक समीक्षा: पिछली बैठकों, राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों तथा विभिन्न वित्तीय रिपोर्टों के अनुपालन की जानकारी सदस्यों को दी जाएगी।
इस बैठक से उम्मीद है कि रिम्स में लंबे समय से लंबित मरीज हित और नियुक्ति संबंधी फैसलों पर ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।