Samachar Post रिपोर्टर, डेस्क, रांची :दशहरा और गांधी जयंती की छुट्टी के बाद शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत कमजोर रही। बीएसई का सेंसेक्स 299 अंकों की गिरावट के साथ 80,684 पर खुला, जबकि एनएसई का निफ्टी 76 अंक टूटकर 24,759 के स्तर पर पहुंच गया। हफ्ते का यह आखिरी कारोबारी दिन था और निवेशकों में शुरू से ही सतर्कता देखने को मिली।
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वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेत
वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों का असर घरेलू बाजार पर साफ नजर आया। अमेरिका के तीनों प्रमुख सूचकांक गुरुवार को नई ऊंचाई पर बंद हुए, जबकि एशियाई बाजारों में हल्की तेजी रही। जापान का निक्केई 1.36% चढ़ा, टॉपिक्स इंडेक्स 0.35% बढ़ा। वहीं हांगकांग का हैंग सेंग फ्यूचर्स कमजोर खुला और चीन तथा दक्षिण कोरिया के बाजार छुट्टी के कारण बंद रहे। गिफ्ट निफ्टी का प्रदर्शन भी कमजोर शुरुआत का संकेत दे रहा था। यह 24,942 के आस-पास कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से करीब 25 अंक नीचे था।
अमेरिका की टेक कंपनियों ने बाजार को मजबूत किया
अमेरिकी बाजारों की मजबूती में टेक कंपनियों का बड़ा हाथ रहा। डॉउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 79 अंक बढ़कर 46,519 पर बंद हुआ, एसएंडपी 500 में हल्की बढ़त देखी गई और नैस्डैक कंपोजिट 88 अंकों की तेजी के साथ 22,844 पर बंद हुआ। अमेरिकी बाजारों में यह तेजी उस समय आई जब सरकार के शटडाउन की आशंका बनी हुई थी। टेस्ला ने इस तिमाही में रिकॉर्ड वाहन बिक्री दर्ज की। कंपनी ने दुनियाभर में 4,97,099 वाहन डिलीवर किए, जो पिछले साल की तुलना में 7.4% अधिक हैं। अमेरिका में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग और टैक्स क्रेडिट खत्म होने से टेस्ला को फायदा मिला।
कमोडिटी बाजार की स्थिति
सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई। डॉलर की मजबूती और मुनाफावसूली के चलते सोने का हाजिर भाव 0.2% गिरकर 3,856.58 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। कच्चे तेल की कीमतों में हल्की तेजी जरूर रही, लेकिन ओपेक की बैठक से पहले यह लगातार हफ्ते भर की सबसे बड़ी गिरावट की ओर बढ़ रहा है। ब्रेंट क्रूड 64.40 डॉलर और डब्ल्यूटीआई क्रूड 60.76 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहे थे।
निवेशकों की नजर अगले हफ्ते पर
कुल मिलाकर घरेलू बाजार पर वैश्विक संकेतों का मिला-जुला असर देखने को मिला। निवेशकों की नजर अब अगले हफ्ते के कारोबारी रुझानों और विदेशी बाजारों की अस्थिरता पर टिकी है।
Reporter | Samachar Post