Samachar Post डेस्क, रांची : ICSE और ISC बोर्ड की परीक्षा प्रणाली में CISCE ने बड़ा बदलाव किया है। अब कक्षा 11 और 12 के प्रश्नपत्रों में आधे प्रश्न क्रिटिकल थिंकिंग पर होंगे, जबकि बाकी आधे कॉन्सेप्ट आधारित होंगे। इस नए पैटर्न का उद्देश्य छात्रों की विश्लेषण क्षमता, तार्किक सोच और विषय की गहरी समझ को बढ़ावा देना है।
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‘आउट ऑफ द बॉक्स’ सोच पर जोर
पहले की परीक्षा प्रणाली में याददाश्त पर अधिक निर्भरता थी। अब छात्रों को विषय की मूलभूत समझ विकसित करने और रचनात्मक सोच अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
3 विषयों में कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT) का विकल्प
बोर्ड ने छात्रों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर परीक्षा देने का विकल्प भी दिया है। अब 10वीं और 12वीं के छात्र अधिकतम तीन विषयों में CBT का चयन कर सकते हैं। इससे छात्रों की तकनीकी दक्षता और डिजिटल शिक्षा अनुभव बढ़ेगा।
झारखंड ज़ोन की बैठक में बदलाव की जानकारी
हाल ही में झारखंड ज़ोन के 172 स्कूलों के प्राचार्यों की बैठक में CISCE ने बताया कि यह बदलाव शिक्षा में गुणवत्ता और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए किया गया है।
विशेषज्ञों की राय
शिक्षाविदों का कहना है कि नया पैटर्न शुरू में चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन इससे छात्रों की सोचने और समझने की क्षमता में सुधार होगा। अब परीक्षा में सफलता का माप केवल अंक तक सीमित नहीं, बल्कि बौद्धिक क्षमता और विश्लेषण कौशल भी महत्वपूर्ण होगा।
Reporter | Samachar Post
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