Samachar Post डेस्क, रांची : केरल में स्वास्थ्य विभाग के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। राज्य में ब्रेन-ईटिंग अमीबा (Naegleria Fowleri) के संक्रमण ने अब तक 19 लोगों की जान ले ली है। ताज़ा मामला एक 9 वर्षीय बच्ची की मौत का है, जिसके बाद इलाके में दहशत का माहौल है।
क्या है यह अमीबा?
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह परजीवी गर्म मीठे पानी जैसे तालाब, झील और स्विमिंग पूल में पाया जाता है। पानी पीने से यह शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन अगर पानी नाक के रास्ते दिमाग तक चला जाए तो यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को नष्ट कर देता है।
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कैसे पहचानें लक्षण?
- तेज बुखार और सिरदर्द
- मतली और गर्दन में अकड़न
- कुछ ही दिनों में दौरे और कोमा
डॉक्टरों का कहना है कि यह बीमारी इतनी तेजी से फैलती है कि एक से दो हफ्तों में मरीज की मौत हो जाती है।
इलाज मुश्किल, बचाव ही उपाय
अब तक इस संक्रमण का कोई निश्चित इलाज उपलब्ध नहीं है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, एम्फोटेरिसिन-बी और कुछ अन्य दवाओं का संयोजन कुछ मरीजों पर असरदार साबित हुआ है, लेकिन सफलता के मामले बेहद कम हैं।
प्रशासन की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि गर्मियों के मौसम में मीठे पानी के तालाब, झील या खराब स्विमिंग पूल में तैराकी से बचें। विशेषकर बच्चों को पानी में गोता लगाने से रोका जाए।
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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।