Samachar Post डेस्क, रांची : नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय (NPU) के कुलपति दिनेश कुमार सिंह पर लगे पैसे नहीं लौटाने के आरोप ने नया मोड़ ले लिया है। अब अखिल पलामू छात्र संघ (आपसू) और एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने खुद आगे आकर चंदा इकट्ठा करना शुरू कर दिया है, ताकि विवादित राशि लौटाई जा सके। छात्रों ने अब तक ₹3903 रुपये जमा कर लिए हैं।
छात्रों का आरोप: विश्वविद्यालय की गरिमा दांव पर
छात्र संगठनों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रमुख के नियमों का पालन न करने से संस्था की छवि धूमिल हो रही है और छात्रों के भविष्य पर भी असर पड़ सकता है।
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आपसू के केंद्रीय संयोजक राहुल कुमार दुबे ने कहा
“वीर नीलांबर-पीतांबर के नाम पर स्थापित विश्वविद्यालय आज शर्मिंदगी के दौर से गुजर रहा है। कुलपति को खुद आगे आकर जवाबदेह होना चाहिए।”
विवाद की जड़
आरोप है कि जब दिनेश कुमार सिंह विनोबा भावे विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति थे, तब उन्होंने सरकारी वाहन का निजी उपयोग किया और करीब ₹20,761 रुपये का खर्च विश्वविद्यालय पर डाल दिया।
विश्वविद्यालय ने यह राशि वापस लेने के लिए कई बार रिमाइंडर भेजा, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ। नतीजतन, छात्र संगठनों ने खुद चंदा इकट्ठा कर पैसे लौटाने का अभियान शुरू कर दिया।
छात्रों की नाराज़गी
छात्र नेताओं का कहना है कि यह घटना न सिर्फ विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा रही है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का भी उदाहरण है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही इस मामले का समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।