- आई डोनेशन अवेयरनेस क्लब और कश्यप मेमोरियल आई बैंक की ओर से हो रहा आयोजन, स्वास्थ्य मंत्री होंगे मुख्य अतिथि
Samachar Post रिपोर्टर, रांची : आई डोनेशन अवेयरनेस क्लब और कश्यप मेमोरियल आई बैंक की ओर से ब्लाइंड फोल्डेड रन फॉर विजन का आयोजन 7 सितंबर को सेंट जेवियर्स कॉलेज परिसर में किया जाएगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी मुख्य अतिथि व वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर विशिष्ट अतिथि होंगे। कार्यक्रम के दौरान मृत्युपरांत नेत्रदान करने वाले परिवारों और नेत्रदान से जुड़ी संस्थाओं को सम्मानित भी किया जाएगा।
23 वर्षों से रन फॉर विजन का हो रहा आयोजन
डॉ. भारती कश्यप ने बताया कि रन फॉर विजन अपने आप में अनूठा आयोजन है। यह देश की एकमात्र संस्था है जो लगातार 23 वर्षों से रन फॉर विजन और 7 वर्षों से ब्लाइंड फोल्डेड रन का आयोजन कर रही है। अब तक झारखंड के शीर्ष नेताओं शिबू सोरेन, अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी से लेकर वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक ने इसमें हिस्सा लिया है और लोगों से नेत्रदान की अपील की है।
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अब तक 1015 कॉर्निया ट्रांसप्लांट
झारखंड में नेत्र प्रत्यारोपण की शुरुआत करने वाले विशेषज्ञों द्वारा स्थापित कश्यप मेमोरियल आई बैंक राज्य का सबसे सक्रिय आई बैंक है। अब तक यहां से 1015 कॉर्निया ट्रांसप्लांट किए जा चुके हैं, जिनमें से केवल पिछले 5 सालों में 490 प्रत्यारोपण शामिल हैं।
संस्था के अनुसार, देश में हर साल लगभग 1 करोड़ लोगों की मृत्यु होती है, लेकिन नेत्रदान से केवल 50 हजार कॉर्निया ही प्राप्त हो पाते हैं, जबकि सालाना आवश्यकता 2.5 लाख कॉर्निया की है। वर्तमान में केवल 30 हजार कॉर्निया प्रत्यारोपण ही संभव हो पाते हैं।
स्नेह लता जैसी कितनों की आंखें लौट चुकी
कॉर्निया प्रत्यारोपण का लाभ उठाने वाली मरीज स्नेह लता ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा 28 साल पहले जिनकी आंखों से मेरी जिंदगी रोशन हुई, उन्हें मैं सत-सत नमन करती हूं। स्नेह लता महज 10 वर्ष की थीं जब उनकी आंख में संक्रमण के कारण कॉर्निया सफेद हो गया और दृष्टि धुंधली पड़ने लगी।
कई डॉक्टरों को दिखाने के बावजूद राहत नहीं मिली। इसी बीच 1996 में रांची के कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल में डॉ. बीपी कश्यप और डॉ. भारती कश्यप द्वारा राज्य का पहला कॉर्निया प्रत्यारोपण शुरू हुआ, जिसकी जानकारी मीडिया के माध्यम से उन्हें मिली। उन्होंने तुरंत पंजीकरण कराया और कुछ ही महीनों बाद उनका ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया।
प्रत्यारोपण के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई
स्नेह लता बताती हैं कि प्रत्यारोपण के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई। शादी भी उसी वजह से संभव हो सकी क्योंकि ऑपरेशन से पहले उनकी आंखों की सफेदी तस्वीरों में साफ दिखती थी। आज भी जयपुर में जब वे डॉक्टरों को दिखाती हैं तो सभी उनके ऑपरेशन की सफलता की सराहना करते हैं। स्नेह लता कहती हैं कि कॉर्निया दान करने वाले परिवार और चिकित्सकों की वजह से आज उनकी जिंदगी खुशियों से भरी हुई है।
Reporter | Samachar Post
मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।