- बिहार बंद और विरोध प्रदर्शन
Samachar Post डेस्क, रांची : बिहार में गुरुवार को एनडीए ने आधे दिन के लिए बिहार बंद का आह्वान किया। बंद सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक चला और राज्य के कई जिलों में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं पर महिलाओं, शिक्षिकाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों के साथ अभद्रता और गुंडई के आरोप लगे।
लालू प्रसाद का तीखा पलटवार
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने इस मामले पर बीजेपी और पीएम मोदी पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, क्या पीएम मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को आदेश दिया है कि बिहार की माताओं, बहनों और बेटियों को गाली दो? गुजराती लोग बिहारियों को हल्के में न लें। यह बिहार है। बीजेपी के गुंडे सम्मानित शिक्षिकाओं, राह चलती महिलाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों को गाली दे रहे हैं और उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। यह शर्मनाक है।
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वोटर अधिकार यात्रा और विवाद की शुरुआत
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य शुरू किया, जिसमें कई लोगों के नाम काटे गए। इस विरोध में महागठबंधन ने वोटर अधिकार यात्रा निकाली। यात्रा के दौरान दरभंगा में एक सभा में मंच से पीएम मोदी और उनकी स्वर्गीय मां के खिलाफ कथित अपमानजनक शब्द बोले गए। इस समय मंच पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इसका विरोध नहीं किया। इस घटना के बाद बीजेपी ने बिहार बंद का ऐलान किया।
राजनीतिक माहौल और आगे की चुनौतियां
बिहार बंद ने राज्य में राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। महिलाओं और आम लोगों के साथ हुई कथित अभद्रता की घटनाओं ने विवाद और बढ़ा दिया है। इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है और चुनावी माहौल में यह एक बड़ा तनाव का विषय बन गया है।
Reporter | Samachar Post
मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।