Samachar Post रिपोर्टर, रांची : रांची के कांके इलाके के नगड़ी गांव में रिम्स-2 की प्रस्तावित जमीन को लेकर रविवार को बड़ा विवाद खड़ा हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपाई सोरेन को प्रशासन ने उनके मोरहाबादी स्थित सरकारी आवास में हाउस अरेस्ट कर लिया।
चंपाई सोरेन के साथ सरायकेला-खरसावां जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा समेत कई नेताओं को भी नजरबंद किया गया। दरअसल, सोरेन ने ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ कार्यक्रम के तहत हजारों ग्रामीणों के साथ रिम्स-2 की जमीन पर हल चलाकर विरोध जताने का ऐलान किया था। लेकिन प्रशासन ने इससे पहले ही कार्रवाई कर दी।
यह भी पढ़ें : छह लेन की होगी रांची एयरपोर्ट से हिनू होते हुए बिरसा चौक की सड़क, 2.85 किमी का होगा चौड़ीकरण
क्या है विवाद?
- नगड़ी और आसपास के गांवों के ग्रामीण रिम्स-2 के लिए चिह्नित जमीन पर खेती करना चाहते हैं।
- ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने उन्हें खेती से रोका और जमीन को कांटेदार तार से घेर दिया।
- ग्रामीणों का कहना है कि यह जमीन पहले ही अधिग्रहित की जा चुकी है, लेकिन वर्षों से कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ।
- ऐसे में रैयतों का दावा है कि इस जमीन पर उनका स्वाभाविक अधिकार बनता है।
आंदोलन की तैयारी
ग्रामीण लंबे समय से नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन की तैयारी कर रहे थे। रविवार का ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ कार्यक्रम इसी का हिस्सा था। लेकिन प्रशासन ने नेताओं को रोककर फिलहाल विवाद को टालने की कोशिश की है।
Reporter | Samachar Post