Samachar Post रिपोर्टर, रांची : झारखंड में संचालित कई फार्मेसी कॉलेजों की मान्यता पर संकट गहरा गया है। स्वास्थ्य विभाग की गठित जांच समिति ने राजधानी के 8 कॉलेजों का निरीक्षण पूरा कर रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में 3 कॉलेजों को बंद करने की अनुशंसा की गई है। समिति ने स्पष्ट कहा है कि इन कॉलेजों में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) के नॉर्म्स बिल्कुल भी पूरे नहीं किए जा रहे हैं। अब विभाग निर्णय लेगी कि कॉलेज बंद करना है या नहीं।
जांच के दौरान इटकी रोड स्थित सिटी फार्मेसी कॉलेज में फर्जी प्रिंसिपल की जानकारी मिली। वहीं ओरमांझी स्थित अर्णव इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी और विद्यापति कॉलेज ऑफ फार्मेसी में फैकल्टी की भारी कमी पाई गई। विद्यापति कॉलेज में तो लैब तक टेंट हाउस के सामान से बनाया गया था।
यह भी पढ़ें :रांची : स्वास्थ्य विभाग का दावा- रिम्स में 200 वरीय रेजिडेंट पद तीन साल से खाली
और भी कॉलेजों पर हो सकती है कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग की टीम अब भी जांच में जुटी है। दो से तीन दिन में 2-3 और कॉलेजों की रिपोर्ट विभाग को सौंपी जाएगी। इसके अलावा आने वाले डेढ़ महीने तक विभिन्न कॉलेजों का औचक निरीक्षण जारी रहेगा।
जांच समिति की अध्यक्षता स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव रंजीत लोहरा कर रहे हैं। इसमें अवर सचिव धीरंजन प्रसाद शर्मा और फार्मेसी काउंसिल के रजिस्ट्रार प्रशांत कुमार पांडेय सदस्य हैं।
Reporter | Samachar Post
मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।