Samachar Post डेस्क,बिहार :बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। राष्ट्रीय लोकमत पार्टी (RLM) के अंदर चल रही खींचतान अब सार्वजनिक हो चुकी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के करीबी माने जाने वाले विधायक रामेश्वर महतो ने ही उनके खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है।महतो ने अपने X हैंडल पर एक तीखा पोस्ट साझा करते हुए पार्टी नेतृत्व और नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए, जिसके बाद बिहार की सियासत में अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
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विधायक ने पार्टी नेतृत्व पर ही उठाए सवाल
रामेश्वर महतो ने अपने पोस्ट में लिखा राजनीति में सफलता केवल भाषणों से नहीं मिलती, बल्कि सच्ची नीयत और मजबूत नीति से मिलती है। जब नेतृत्व की नीयत धुंधली हो जाए और नीतियां जनहित से हटकर स्वार्थ की ओर बढ़ने लगें, तो जनता को ज्यादा देर तक भ्रमित नहीं रखा जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि आज का मतदाता जागरूक है और हर निर्णय को बारीकी से परखता है। उनके इस बयान के बाद पार्टी के अंदर असंतोष और संभावित टूट की आशंकाएं और गहरा गई हैं।
मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं विधायक?
सूत्रों के अनुसार, रामेश्वर महतो लंबे समय से मंत्री बनने की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन आरएलएम ने उनकी जगह उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री पद दे दिया। यही निर्णय पार्टी के अंदर घमासान की बड़ी वजह माना जा रहा है। उनके हालिया पोस्ट ने साफ कर दिया है कि मनमुटाव अब खुलकर सामने आ चुका है, और पार्टी में फूट की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
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