Samachar Post डेस्क, रांची :आंध्र प्रदेश के यलमंचिली के पास रविवार देर रात बड़ा रेल हादसा हुआ। टाटा–एर्नाकुलम एक्सप्रेस (18189) के दो कोचों में अचानक आग भड़क उठी। ट्रेन झारखंड के टाटानगर से केरल के एर्नाकुलम जा रही थी। विशाखापट्टनम के दुव्वाडा सेक्शन से गुजरते समय पैंट्री कार के पास स्थित B-1 (AC 3-Tier) और M-2 (Sleeper/Military Coach) में आग लग गई, जिससे ट्रेन में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। सूचना मिलते ही लोको पायलट ने ट्रेन को तुरंत रोक दिया, जिसके बाद राहत कार्य शुरू किया गया।
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कोच जलकर खाक, यात्रियों का सामान नष्ट
घटनास्थल पर रेलवे, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें पहुंचीं। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक दोनों कोच पूरी तरह जलकर खाक हो चुके थे। यात्रियों का सारा सामान आग में जलकर नष्ट हो गया। B-1 कोच में 82 यात्री, M-2 कोच में 76 यात्री कुल 158 यात्री इन कोचों में सवार थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस हादसे में विशाखापट्टनम निवासी 70 वर्षीय चंद्रशेखर सुंदर की मौत हो गई। वे B-1 कोच में यात्रा कर रहे थे।
157 यात्रियों को बस से स्टेशन पहुंचाया गया
बचाए गए यात्रियों में से 157 लोगों को APSRTC बसों के माध्यम से समरलाकोटा स्टेशन भेजा गया, जहाँ से उन्हें दूसरी ट्रेन द्वारा आगे रवाना करने की व्यवस्था की गई। सुबह 3:30 बजे जले हुए कोचों को ट्रेन से अलग किया गया। यात्रियों को सुरक्षित आगे भेजा गया।
जांच जारी
हादसे के कारणों की जांच के लिए फोरेंसिक और रेलवे तकनीकी टीमें मौके पर काम कर रही हैं। रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि पूरी जांच रिपोर्ट के बाद ही आग की असली वजह सामने आएगी।
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