Samachar Post रिपोर्टर, रांची :झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली प्रवास ने राज्य की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। वह कई दिनों से दिल्ली में हैं, लेकिन उनकी मुलाकातों और एजेंडा को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। इसी वजह से राज्य में राजनीतिक फेरबदल की अटकलें जोर पकड़ने लगी हैं। सोशल मीडिया से लेकर यूट्यूब चैनलों तक चर्चाओं का बाज़ार गर्म है।
यह भी पढ़ें :EXCLUSIVE: झारखंड शराब घोटाला- ACB की FIR 9/25 को ED ने टेकओवर किया, ECIR 10/25 दर्ज
गठबंधन में खटास? झामुमो का दावा- सभी साथी एकजुट
जिन मुद्दों पर कयास लगाए जा रहे हैं, उन पर अभी तक न मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,न झामुमो,न कांग्रेस,और न ही भाजपा ने कोई औपचारिक बयान दिया है। इस बीच झामुमो ने साफ कहा है कि गठबंधन पूरी तरह एकजुट है, और अस्थिरता की अफवाहें राजनीतिक माहौल खराब करने की कोशिश हैं। हेमंत के पिछले कार्यकाल में भी ऐसी ही चर्चाएं लगातार होती रही थीं।
राजद कोटे के मंत्री संजय यादव का मंच साझा करना- कयासों को करारा जवाब
बिहार चुनाव के दौरान महागठबंधन में झामुमो को एक सीट भी न मिलने के बाद चर्चा शुरू हुई कि झारखंड में राजद को अलग किया जा सकता है। लेकिन राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में राजद के मंत्री संजय यादव मुख्यमंत्री के साथ मंच पर दिखे गठबंधन की मजबूती का स्पष्ट संकेत।
पहली महिला मुख्यमंत्री? कल्पना सोरेन का नाम फिर चर्चा में
सोशल मीडिया में यह चर्चा भी जोर पकड़ गई थी कि राज्य को जल्द पहली महिला मुख्यमंत्री मिल सकती है, और ये इशारा था कल्पना सोरेन की ओर। साथ ही यह भी प्रचारित किया गया कि हेमंत सोरेन दिल्ली शिफ्ट होने की तैयारी में हैं। इन सभी दावों का कोई आधिकारिक आधार अब तक सामने नहीं आया है, लेकिन ब्यूरोक्रेसी, कॉरपोरेट, राजनीति और मीडिया हर जगह समीकरण बदलते-बनते दिख रहे हैं।
राजनीति के गलियारों में चल रहे कुछ बड़े कयास
झामुमो–भाजपा साथ मिलकर सरकार बना सकते हैं। कांग्रेस मुक्त नई राजनीतिक व्यवस्था की तैयारी है। भाजपा के साथ जाने पर केंद्र से आर्थिक सहयोग बढ़ सकता है। कांग्रेस विधायकों में टूट की आशंका भी लगाई जा रही है।
आज रांची लौटेंगे हेमंत सोरेन- अटकलों पर लगेगा ब्रेक?
हेमंत सोरेन आज रांची लौटने वाले हैं। उम्मीद है कि वे वापस आने के बाद इन राजनीतिक अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश करेंगे। ठंड का मौसम है, लेकिन झारखंड की राजनीति में गर्मी अपने चरम पर है। अब देखना यह है कि गर्मी बढ़ेगी या अटकलें बर्फ की तरह पिघल जाएंगी।
Reporter | Samachar Post