Samachar Post डेस्क, रांची :आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 से पहले राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। नाम कटने के मुद्दे (SIR ड्राफ्ट) को लेकर CM ममता बनर्जी भाजपा और चुनाव आयोग पर हमलावर हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ड्राफ्ट में 58 लाख से अधिक नाम हटाए जाने की बात सामने आई है, जिस पर राज्य में सियासत गर्म है। इसी बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज कोलकाता पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर TMC सरकार पर जमकर निशाना साधा।
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भय, भ्रष्टाचार और घुसपैठ में डूबा बंगाल
अमित शाह ने कहा पिछले 15 सालों में पश्चिम बंगाल भय, भ्रष्टाचार और घुसपैठ का शिकार रहा है। घुसपैठ सिर्फ राज्य की समस्या नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मुद्दा है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की सरकार बनने पर सीमाओं को सील किया जाएगा। घुसपैठियों को चिन्हित कर बाहर किया जाएगा। राज्य को तेज़ विकास की राह पर आगे बढ़ाया जाएगा। बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित किया जाएगा।
TMC नहीं, यह काम सिर्फ भाजपा कर सकती है
शाह ने कहा कि बंगाल की सुरक्षा और संस्कृति बचाने के लिए सीमाएं सील करने वाली मजबूत सरकार जरूरी है, जो सिर्फ भाजपा ही दे सकती है। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा 15 अप्रैल 2026 के बाद जब बंगाल में भाजपा सरकार बनेगी, तब बंग गौरव, बंग संस्कृति और पुनर्जागरण की नई शुरुआत होगी। हम विवेकानंद, टैगोर, बंकिम चंद्र, मुखर्जी और नेताजी के सपनों का बंगाल बनाएंगे।
PM मोदी के नेतृत्व में ‘विकास की गंगा’ बहेगी
गृह मंत्री ने जनता को आश्वासन दिया कि PM नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने पर गरीबों का कल्याण प्राथमिकता होगी। विकास की रफ्तार तेज होगी। बंगाल की विरासत और पहचान को सम्मान मिलेगा।
नेताजी को किया याद, 30 दिसंबर को बताया गौरवशाली दिन
अमित शाह ने अपने संबोधन के अंत में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए कहा 30 दिसंबर 1943 को पोर्ट ब्लेयर में नेताजी ने पहली बार आजाद भारत का तिरंगा फहराया था। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक है।
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