Samachar Post डेस्क, रांची : श्रीनगर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसर गजवात-उल-हिंद (AGuH) से जुड़े एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने इस मॉड्यूल से जुड़े मौलवी इश्तियाक को हरियाणा के मेवात से हिरासत में लिया है। उसे पूछताछ के लिए श्रीनगर लाया गया, और जल्द औपचारिक गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।
किराए के मकान से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मौलवी इश्तियाक फरीदाबाद के अल-फलाह विश्वविद्यालय परिसर के पास एक किराए के मकान में रह रहा था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 2,500 किलो से अधिक अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर बरामद किया ये सभी विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायन हैं।
यह भी पढ़ें: घाटशिला उपचुनाव 2025: 14 नवंबर को को- ऑपरेटिव कॉलेज में 15 टेबल पर 20 राउंड में होगी मतगणना
अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी
इस मामले में अब तक 9 आरोपितों को हिरासत में लिया गया है। इनमें आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, यासिर-उल-अशरफ, मकसूद अहमद डार, मौलवी इरफान अहमद, जमीर अहमद अहांगर, डॉ. मुअज़मिल गनई, और डॉ. आदिल शामिल हैं।
पुलिस का कहना है कि यह नेटवर्क कश्मीर घाटी से लेकर हरियाणा और यूपी तक फैला हुआ था।
लाल किला धमाके से कनेक्शन
जांच एजेंसियों के मुताबिक, यह वही नेटवर्क है जो लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुए हालिया धमाके से जुड़ा है। पुलिस ने बताया कि विस्फोटक सामग्री डॉ. उमर नबी और डॉ. मुअज़मिल गनी के किराए के घर में रखी गई थी। इसी नेटवर्क से जुड़ा डॉ. उमर नबी ही वह व्यक्ति था जो सोमवार शाम विस्फोटक से भरी कार चला रहा था।
पेशेवरों और छात्रों से बना टेरर नेटवर्क
जांच में पता चला कि यह मॉड्यूल पेशेवरों और छात्रों से मिलकर बना एक व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क था। यह समूह एन्क्रिप्टेड चैनलों के जरिए आतंकी विचारधारा फैलाने, फंडिंग और हथियारों की सप्लाई में सक्रिय था।
महिला डॉक्टर की भूमिका की जांच जारी
फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय की एक महिला डॉक्टर की संलिप्तता की भी जांच चल रही है। उसकी कार से एक असॉल्ट राइफल बरामद की गई थी। फिलहाल उसे भी पूछताछ के लिए जम्मू-कश्मीर लाया गया है।
Reporter | Samachar Post
मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।