Samachar Post डेस्क, रांची : जम्मू एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था और आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमता को परखने के लिए शनिवार को CISF ने एक बड़ा बहु-एजेंसी मॉक अभ्यास आयोजित किया। इसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न सुरक्षा और राहत एजेंसियों के बीच समन्वय, त्वरित प्रतिक्रिया और ऑपरेशनल क्षमता का आकलन करना था। अभ्यास में कई एजेंसियों ने हिस्सा लिया, जिनमें CISF, जम्मू-कश्मीर पुलिस की SOG, भारतीय वायुसेना (IAF), एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI), फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज, GMC मेडिकल टीम, BDDS (Bomb Disposal & Detection Squad) डॉग स्क्वाड शामिल थे।
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कैसे हुआ अभ्यास?
ड्रिल के दौरान एक आपात स्थिति का सिमुलेशन तैयार किया गया, जिसमें सुरक्षा बलों को तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का अभ्यास कराया गया। हथियारबंद हमले की स्थिति का मॉडल तैयार किया गया, वहीं एक कार में IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) मिलने की परिस्थिति का भी परीक्षण किया गया, एजेंसियों ने वास्तविक स्थिति की तरह त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके को घेराबंदी से सुरक्षित किया और IED की जांच की।
CISF ने क्या कहा?
CISF ने बताया कि इस अभ्यास से एजेंसियों के बीच इंटर-ऑपरेशनल समन्वय, त्वरित प्रतिक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था की दक्षता और मजबूत हुई है। एयरपोर्ट पर संभावित खतरों से निपटने के लिए CISF और अन्य एजेंसियां पूरी तरह तैयार हैं।
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