Samachar Post डेस्क, रांची : रांची और चाईबासा में बच्चों को संक्रमित रक्त चढ़ाए जाने से एचआईवी पॉजिटिव होने के गंभीर मामलों पर झारखंड हाई कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि चाईबासा प्रकरण से जुड़ी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और इसे कोर्ट में दाखिल किया जाएगा।
एमिकस क्यूरी नियुक्त
कोर्ट ने रिपोर्ट पेश करने का निर्देश देते हुए अधिवक्ता खुशबू कटारुका को एमिकस क्यूरी नियुक्त किया। सुनवाई के दौरान लाइफ सेवर रांची के अतुल गेरा और अधिवक्ता शुभम कटारुका ने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों में अब भी ब्लड की आवश्यकता होने पर रिप्लेसमेंट डोनर की मांग की जा रही है। जबकि सरकार ब्लड कलेक्शन के लिए कैंप आयोजित कर रही है, लेकिन जमीन पर खास बदलाव दिखाई नहीं दे रहे।
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थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे का मामला भी उठा
रांची सदर अस्पताल में थैलेसीमिया प्रभावित बच्चे को संक्रमित ब्लड चढ़ाए जाने के मामले में नियुक्त एमिकस क्यूरी निखिल अग्रवाल ने भी अपना पक्ष रखा। इस मामले में बच्चे के पिता ने हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए जनहित याचिका में बदल दिया।
चाईबासा में पांच बच्चे पाए गए HIV-पॉजिटिव
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा सदर अस्पताल में ब्लड ट्रांसफ्यूजन के बाद पांच बच्चे HIV-पॉजिटिव पाए गए थे, जिनमें एक 7 वर्षीय थैलेसीमिया पीड़ित बच्चा भी शामिल है। इस पर हाई कोर्ट ने राज्य स्वास्थ्य सचिव और जिले के सिविल सर्जन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।
अगली सुनवाई 19 नवंबर
सुनवाई चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान की अध्यक्षता वाली खंडपीठ में हुई। कोर्ट ने मामले को बेहद गंभीर मानते हुए अगली सुनवाई 19 नवंबर को निर्धारित की है।
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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।