Samachar Post रिपोर्टर,रांची :इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राज्य इकाई ने राज्य में बढ़ती रक्त की कमी को देखते हुए सभी ब्रांच अध्यक्षों, सचिवों और सदस्यों से तत्काल पहल करने की अपील की है। हाल के दिनों में सरकार, स्वास्थ्य विभाग और मीडिया की रिपोर्टों से स्पष्ट हुआ है कि राज्य के विभिन्न ब्लड बैंकों में रक्त का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। विशेष रूप से रिम्स में जो पूरे राज्य का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान है। वहां रोजाना 50-60 यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है, जबकि उपलब्धता चिंताजनक रूप से कम है।
अन्य जिलों और अस्पतालों की भी स्थिति गंभीर
अन्य जिलों और अस्पतालों की स्थिति भी लगभग इसी तरह गंभीर बताई जा रही है। आईएमए झारखंड के सचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने कहा है कि संगठन पूर्व से ही जनस्वास्थ्य सेवाओं के प्रति पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी से कार्य करता रहा है। कोरोना काल में भी झारखंड के चिकित्सकों ने जान जोखिम में डालकर सेवा की थी। ऐसे समय में राज्य में रक्त की कमी भी गहरी चिंता का विषय है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए आईएमए झारखंड ने सभी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, गैर-सरकारी संगठनों, सामाजिक संस्थाओं तथा स्वयंसेवी समूहों से अपील की है कि वे राज्य रक्त आधान परिषद (एसबीटीसी) और जिला सिविल सर्जनों के समन्वय में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित करें, ताकि आपातकालीन सेवाओं, सर्जिकल केसों, प्रसूति सेवाओं और आईसीयू मरीजों का इलाज बाधित न हो।
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