Samachar Post रिपोर्टर, रांची :भारत ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत वैश्विक तकनीकी दौड़ में एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाने जा रहा है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर बताया कि भारत 2025 तक अपनी पहली स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप तैयार करेगा।
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सेमीकंडक्टर : वैश्विक अर्थव्यवस्था का ईंधन
मरांडी ने कहा कि सेमीकंडक्टर चिप्स मोबाइल, कार, लैपटॉप, रॉकेट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक हर क्षेत्र की रीढ़ हैं। दुनिया की 21% सेमीकंडक्टर फैक्ट्रियां इस समय चीन में हैं, और 2030 तक यह हिस्सेदारी 30% तक पहुंच सकती है। हालांकि, वैश्विक मांग में चीन की हिस्सेदारी केवल 5% है। ऐसे में भारत अपनी जरूरतों और वैश्विक सप्लाई चेन दोनों को संतुलित करने के लिए बड़ा कदम उठा रहा है।
टाटा-PSMC फैक्ट्री से पूरा होगा सपना
मरांडी ने बताया कि गुजरात में टाटा-PSMC सेमीकंडक्टर फैक्ट्री 2025 के अंत तक भारत की पहली चिप तैयार करेगी। इस प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार ने इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन के तहत 50% वित्तीय सहायता दी है। गुजरात सरकार भी इसे वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बनाने की तैयारी में जुटी है।
आत्मनिर्भर भारत की ओर मजबूत कदम
मरांडी के अनुसार, यह पहल भारत को न केवल आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि वैश्विक सप्लाई चेन में उसकी भूमिका को भी मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर से लेकर खादी तक, हर स्वदेशी उत्पाद भारत की आर्थिक शक्ति और वैश्विक पहचान को बढ़ाने में अहम है।
सरकार और जनता की साझेदारी जरूरी
मरांडी ने जनता से अपील की कि स्वदेशी अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार और समाज दोनों को मिलकर योगदान देना होगा। उन्होंने कहा सबके साथ से ही सबका विकास संभव है।
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