Samachar Post डेस्क, रांची : कोलकाता साइबर क्राइम पुलिस ने मंगलवार देर शाम जामताड़ा के नामूपाड़ा मोहल्ले से एक बड़े साइबर ठगी मामले में शामिल मुरारी मंडल को गिरफ्तार किया। इस गिरोह ने बंधन बैंक के खाताधारकों से करीब 2.5 करोड़ रुपये की ठगी की योजना बनाई थी। गिरफ्तारी विधाननगर साइबर क्राइम विंग के इंस्पेक्टर गौतम सरकार के नेतृत्व में जामताड़ा सदर थाना पुलिस की मदद से हुई।
गिरोह की साजिश और बैंक अधिकारियों की मिलीभगत
पुलिस के अनुसार, मुरारी मंडल और उसके गिरोह ने बंधन बैंक के पांच अधिकारियों की मदद से खाताधारकों की निजी और वित्तीय जानकारी हासिल की और रकम को 97 अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किया। पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड समीर बताया जा रहा है, जो अभी फरार है। गिरफ्तार मुरारी मंडल को कोलकाता पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बुधवार को कोलकाता ले जाया गया।
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बैंक अधिकारियों की भूमिका
जांच में पता चला कि जामताड़ा शाखा के CRO शुभम कुमार समेत झारखंड और पश्चिम बंगाल की विभिन्न शाखाओं के पांच अधिकारी इस साइबर गिरोह से जुड़े थे। ये अधिकारी ग्राहकों को KYC अधूरी होने, फिक्स्ड डिपॉजिट या बीमा पॉलिसी का लालच देकर कॉल या व्हाट्सएप संदेश के जरिए गोपनीय जानकारी निकालते थे। बदले में उन्हें गिरोह से भारी कमीशन मिलता था। बंधन बैंक के CRO और सेल्स मैनेजर की जिम्मेदारियों में सुरक्षा और ग्राहक संबंध शामिल हैं। लेकिन कुछ अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी का दुरुपयोग कर बैंक और खाताधारकों की सुरक्षा से खिलवाड़ किया।
अगला कदम
कोलकाता साइबर क्राइम विभाग अब गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में जुटा है। पुलिस का कहना है कि जांच में और बड़े नेटवर्क के उजागर होने की संभावना है।
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