Samachar Post रिपोर्टर, रांची : राजधानी रांची में अपराध पर रोक लगाने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। डीआईजी सह एसएसपी चन्दन कुमार सिन्हा ने आदेश दिया है कि शहर में काम कर रहे सभी डिलीवरी ब्वॉय का अब पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा।
अपराध रोकने की जरूरत क्यों पड़ी?
हाल के दिनों में डिलीवरी ब्वॉय की आड़ में कई आपराधिक घटनाएं हुई हैं। आरोपियों ने फूड डिलीवरी की वर्दी पहनकर मोबाइल झपटमारी और चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। कई मामलों में यह भी पाया गया कि आरोपी पहले घरों की रेकी डिलीवरी एजेंट बनकर ही करते थे।
निजी कंपनियों को मिले सख्त निर्देश
एसएसपी ने स्पष्ट कहा है कि अब कोई भी डिलीवरी कंपनी बिना पुलिस वेरिफिकेशन के किसी युवक को नौकरी पर नहीं रख सकेगी। कंपनियों को अपने कर्मचारियों की जानकारी थाने में जमा करनी होगी और वेरिफिकेशन के बाद ही उन्हें काम करने की अनुमति मिलेगी।
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पुराने कर्मचारी भी होंगे शामिल
यह नियम सिर्फ नए कर्मचारियों पर ही लागू नहीं होगा, बल्कि जो पहले से डिलीवरी सेवाओं में कार्यरत हैं उनका भी वेरिफिकेशन अनिवार्य है। इस संबंध में जल्द ही निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश साझा किए जाएंगे।
हर थाने में बनेगी लिस्ट
हर थाना क्षेत्र में डिलीवरी ब्वॉय की लिस्ट तैयार की जाएगी, जिसमें उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज होगा। इससे संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत नज़र रखी जा सकेगी।
हाल की घटनाओं से मिली सीख
चुटिया थाना क्षेत्र में पुलिस ने हाल ही में एक गिरोह पकड़ा था, जो डिलीवरी की वर्दी पहनकर मोबाइल लूटपाट करता था। गिरोह से 26 मोबाइल और एक चोरी की स्कूटी बरामद की गई थी। कांके थाना क्षेत्र में भी ऐसे आरोपी पकड़े गए जो पहले डिलीवरी ब्वॉय बनकर रेकी करते थे और बाद में चोरी करते थे।
एसएसपी का बयान
एसएसपी चन्दन कुमार सिन्हा ने कहा, रांची में हजारों युवा डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम कर रहे हैं। हाल की घटनाओं से साफ है कि कुछ लोग इस काम की आड़ में अपराध कर रहे हैं। इसलिए सभी का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य किया जा रहा है।
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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।