Samachar Post रिपोर्टर, रांची : झारखंड सरकार ने त्योहारी सीजन से पहले लाखों लोगों को आर्थिक राहत देने की घोषणा की है। दुर्गा पूजा से पहले मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के अंतर्गत लाभुक महिलाओं को सितंबर माह की सहायता राशि समय से पहले ही उपलब्ध कराई जाएगी। इसी के साथ राज्य के वृद्धा, विधवा और दिव्यांग पेंशनधारियों को जुलाई से सितंबर तक की बकाया पेंशन एक साथ देने की तैयारी भी पूरी कर ली गई है।
50 लाख से अधिक महिलाएं होंगी लाभान्वित
इस योजना के तहत सितंबर महीने में 50 लाख से ज्यादा महिलाओं को सीधे उनके बैंक खातों में राशि भेजी जाएगी। अगस्त माह में भी इसी संख्या में महिलाओं को लाभ मिला था। सामाजिक सुरक्षा निदेशालय ने सभी जिलों को निर्देश जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और 15 सितंबर के बाद राशि ट्रांसफर का काम शुरू होगा।
यह भी पढ़ें : कर्नाटक में बड़ा हादसा: गणेश विसर्जन जुलूस में घुसा ट्रक, 9 की मौत – 20 से ज्यादा घायल
दीपावली और छठ से पहले अक्टूबर माह की किस्त
सरकार ने यह भी तय किया है कि दीपावली और छठ महापर्व से पूर्व अक्टूबर माह की सहायता राशि भी लाभुकों को दी जाएगी। सामाजिक सुरक्षा निदेशालय ने नवंबर तक की राशि का आवंटन सुनिश्चित कर दिया है। इसके तहत विभिन्न जिलों को लगभग 9600 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। योजना के अंतर्गत प्रत्येक महिला को प्रति माह 2500 रुपये की राशि मिलती है।
अयोग्य लाभुकों की पहचान
निदेशालय ने जिलों से यह भी रिपोर्ट मांगी है कि किन लाभुकों ने गलत तरीके से योजना का लाभ प्राप्त किया है। ऐसे मामलों में अब तक की गई कार्रवाई का विवरण भी तलब किया गया है।
पेंशनधारियों को मिलेगा बकाया भुगतान
राज्य में कुल 11,75,646 पेंशनधारी हैं, जिन्हें तीन माह (जुलाई, अगस्त और सितंबर) की पेंशन एक साथ दी जाएगी। इनमें 8,99,076 वृद्धजन, 2,51,173 विधवा और 25,397 दिव्यांग पेंशनधारी शामिल हैं। प्रत्येक लाभुक को 1000 रुपये प्रति माह के हिसाब से कुल 3000 रुपये प्राप्त होंगे।
झारखंड में पेंशन योजनाएं केंद्र और राज्य सरकार की साझा पहल हैं। केंद्र द्वारा निर्धारित राशि के अलावा शेष हिस्सा राज्य सरकार वहन करती है। जून माह तक का भुगतान पहले ही हो चुका था, अब शेष तीन माह की राशि लाभुकों को उपलब्ध कराई जाएगी
Reporter | Samachar Post
मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।