Samachar Post डेस्क, रांची : गुमला कुड़मी समुदाय के संबंध में अनुचित और असत्यापित बयान देने के मामले में पार्टी ने बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। गुमला की पूर्व प्रत्याशी निशा भगत को पार्टी ने सभी पदों और जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया है। इसके साथ ही अगले छह वर्षों तक उन्हें पार्टी की किसी भी गतिविधि, पद या दायित्व में भाग लेने से प्रतिबंधित किया गया है।
पार्टी ने जारी किया बयान
पार्टी ने अपने बयान में कहा कि संगठन का मूल उद्देश्य सभी समाज, लिंग, धर्म और जातियों के सम्मान और समानता की रक्षा करना है। लेकिन हाल ही में निशा भगत द्वारा कुड़मी समुदाय के संबंध में दिए गए भ्रामक और अनुचित बयान की जानकारी मीडिया और सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से मिली।
यह भी पढ़ें : डुमरी विधायक जयराम महतो की तबीयत बिगड़ी, डॉक्टरों ने पांच दिन आराम की सलाह दी
अनुशासन समिति की सिफारिश पर लिया कड़ा कदम
पार्टी ने स्पष्ट किया कि इस तरह का आचरण संगठन की नीतियों और सिद्धांतों के विरोधी है। बयान में कहा गया कि इस घटना से पार्टी की छवि को गंभीर क्षति पहुँची और समाज में भ्रांतियां व विभाजनकारी माहौल उत्पन्न हुआ। ऐसे में अनुशासन समिति की संस्तुति पर यह कदम उठाया गया।
पार्टी का संदेश
पार्टी ने जनता और सभी सदस्यों को यह संदेश दिया कि संगठन में अनुशासन और समानता सर्वोपरि है। किसी भी सदस्य द्वारा ऐसी गतिविधि समाज में भ्रम और विभाजन पैदा कर सकती है, इसलिए इसे गंभीरता से लिया गया।
Reporter | Samachar Post
मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।