Samachar Post डेस्क, रांची : देशभर में जारी भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। केंद्रीय जल आयोग (CWC) की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की 24 नदियों में गंभीर बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, जबकि 33 नदियों का जलस्तर सामान्य से ऊपर दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा की नदियां उफान पर हैं। खासतौर पर उत्तर भारत में हालात बेहद चिंताजनक हैं। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से छोड़े गए पानी के चलते पंजाब की सतलुज, ब्यास और रावी नदियों में तेज़ बहाव देखा जा रहा है।
पंजाब में भारी तबाही
पंजाब के 23 जिलों के 1,655 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं, जिससे 3.55 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य सरकार ने 7 सितंबर तक स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी बंद कर दी हैं। बीते एक महीने में 37 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। सेना और NDRF की टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं।
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अन्य प्रभावित राज्य और नदियां
- दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
- ओडिशा की बुरहाबलंग, सुवर्णरेखा, बैतरणी और महानदी में तेज़ बहाव है।
- बिहार की गंगा और कोसी नदियां भी पूरी क्षमता से भरी हुई हैं।
- गुजरात में आने वाले दिनों में नर्मदा, तापी, साबरमती और बनास में बाढ़ आने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे ब्यास, चिनाब, अलकनंदा और भागीरथी में भी जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है।
50 जल परियोजनाओं पर निगरानी
CWC ने देश की 50 प्रमुख जल परियोजनाओं और बैराजों के लिए जलप्रवाह का पूर्वानुमान जारी किया है। इनमें तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात की परियोजनाएं शामिल हैं।
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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।