
Samachar Post डेस्क, रांची : खरसावां के रिडिंगदा गांव स्थित कुंडियासाई टोला में डायरिया ने कहर बरपा दिया है। इस बीमारी से 10 वर्षीय अमर सिंह सिजुई की मौत हो गई, जबकि गांव के 9 अन्य लोग अस्पताल में भर्ती हैं।
कई लोग गंभीर, जमशेदपुर और सरायकेला में चल रहा इलाज
पीड़ितों में मुनी बांकिरा (24), मुंगू सिजुई (55), महाकाल नारायण सिजुई (16), सुरती हेंब्रम (14) और मांदरी सिजुई (46) का इलाज सरायकेला सदर अस्पताल में हो रहा है। वहीं, समीर हेंब्रम (18), सुमिता हेंब्रम (40) और सुनीता हेंब्रम (26) जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में भर्ती हैं।
इसके अलावा, पांडेय सिजुई (80), लालसिंह सिजुई (53) और कादु सिजुई (08) का गांव में उपचार चल रहा है। बीते दिनों गांव में आयी तेलायगोडा की मेची पायेडा (50) भी डायरिया से पीड़ित हैं और उनका इलाज एमजीएम अस्पताल में किया जा रहा है।
कैसे हुई मौत?
मृतक के पिता लाल सिंह सिजुई के अनुसार, सोमवार देर रात गांव के 5–7 लोगों को अचानक उल्टी होने लगी। मंगलवार को अमर सिंह को भी तेज उल्टी-दस्त की शिकायत हुई, जिसके बाद उसे कुचाई के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक इलाज के बाद उसे सरायकेला सदर अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची गांव
डायरिया फैलने की सूचना पर खरसावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम रिडिंगदा गांव पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। मंगलवार से चिकित्सक गांव में रहकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
बीडीओ प्रधान माझी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. वीरागना सिंकू समेत प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कुंडियासाई पहुंचे। डॉक्टरों ने ग्रामीणों को आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई हैं और पानी उबालकर पीने की सख्त सलाह दी है।
यह घटना ग्रामीण इलाकों में स्वच्छ पानी और साफ-सफाई की गंभीर चुनौती को उजागर करती है।

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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।