Samachar Post डेस्क,रांची : झारखंड का मोस्ट वांटेड अपराधी डब्लू सिंह आखिरकार पुलिस के सामने सरेंडर कर चुका है। जानकारी के मुताबिक, वह रविवार देर रात उत्तर प्रदेश से पलामू पहुंचा और वहां आत्मसमर्पण किया। हालांकि, पुलिस की ओर से अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
40 हजार का इनामी, 40 से अधिक मामले दर्ज
झारखंड पुलिस ने वर्ष 2023 में डब्लू सिंह पर 40 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उसके खिलाफ पलामू, गढ़वा, लातेहार और रांची समेत कई जिलों के थानों में 40 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। लंबे समय से फरार रहने के बाद अब उसका सरेंडर पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
38 अपराधियों का गैंग चलाता था
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, डब्लू सिंह का एक सक्रिय गिरोह है जिसमें 38 से अधिक अपराधी शामिल हैं। यह गिरोह कई जिलों में वसूली, हत्या और आपराधिक वारदातों को अंजाम देता रहा है। पुलिस उसे लंबे समय से तलाश रही थी लेकिन वह गिरफ्तारी से बचता रहा।
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कुणाल गैंगस्टर की हत्या का आरोपी
जांच में यह भी सामने आया है कि अपनी हत्या के डर से डब्लू सिंह ने कुख्यात गैंगस्टर कुणाल किशोर की 2020 में हत्या कराई थी। इसके लिए उसने शूटरों को 15 लाख रुपये का सुपारी दी थी। रांची से गिरफ्तार शूटर विजय शर्मा उर्फ गुरुजी ने एसआईटी को यह खुलासा किया था।
सूत्रों के मुताबिक, कुणाल गिरोह का सदस्य राजेश वर्मा उर्फ फंटूस ने डब्लू सिंह को बताया था कि कुणाल उसकी हत्या की साजिश रच रहा है। इसके बाद डब्लू सिंह ने विजय शर्मा और अन्य साथियों की मदद से हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।
कैसे हुई थी हत्या?
हत्या वाले दिन अमरेश मेहता और उसके साथियों ने कुणाल की गाड़ी को एक सफारी वाहन से टक्कर मारी। इसके बाद बाइक पर सवार शूटर विजय शर्मा और अन्नु विश्वकर्मा ने पास जाकर कुणाल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। वारदात के बाद शूटर रांची भाग गया था।
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मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।