Samachar Post रिपोर्टर, रांची : राजधानी के अरगोड़ा स्थित लिटिल हार्ट अस्पताल में 30 जुलाई को हुए हंगामे और 22 दिन के नवजात की मौत के मामले में अस्पताल प्रशासन ने रविवार को अपना पक्ष रखते हुए स्वजनों द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह निराधार और तथ्यहीन बताया है। अस्पताल के निदेशक व चिकित्सक डाॅ. सत्यजीत कुमार ने स्पष्ट कहा कि मामले की सच्चाई को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया जा रहा है, जिससे उनके अस्पताल की छवि धूमिल हो रही है।
डाॅ. सत्यजीत ने एनआइसीयू का सीसीटीवी फुटेज दिखाते हुए दावा किया कि 30 जुलाई तक बच्चा अपने हाथ हिला रहा था, जिससे यह स्पष्ट है कि बच्चे की मौत उसी दिन हुई थी, न कि तीन दिन पहले मौत हुई थी। वहीं, उन्होंने कहा कि स्वजनों ने आरोप लगाया था कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा सदर अस्पताल से बच्चे को जबरदस्ती लाया गया, जो गलत है।
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नवजात की मौत के बाद स्वजनों ने जमकर हंगामा किया
स्वजनों ने आरोप लगाया था कि बच्चों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं दी जाती है जिसका भी प्रबंधन ने खंडन किया है। प्रबंधन ने बताया कि वे खुद बच्चे के स्वजनों के साथ एक निश्चित समय पर बैठकर उन्हें वस्तु स्थिति की जानकारी देते रहे हैं। डाॅ. सत्यजीन ने बताया कि नवजात की मौत के बाद स्वजनों ने जमकर हंगामा किया था, इसके बाद अस्पताल में काफी अफरातफरी मची और जिला प्रशासन ने एक जांच कमेटी का गठन किया, जिसे लेकर प्रबंधन ने अपना सबूत प्रस्तुत कर दिया है।