
- सदर अस्पताल की तर्ज पर मॉडल बनाया जा रहा, डायलिसिस यूनिट चल रही, अब नेत्र की सर्जरी भी होगी शुरू
- सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने अनुमंडल अस्पताल का निरीक्षण कर नेत्र विभाग संचालित करने का जगह चिन्हित की
Samachar Post रिपोर्टर, रांची : राजधानी रांची के बुंडू स्थित सब-डिविजनल हॉस्पिटल (एसडीएच) को सदर अस्पताल रांची की तर्ज पर अपग्रेड किया जा रहा है। एसडीएच को इस तरह अत्याधुनिक बनाया जा रहा है कि यहां से सामान्य बीमारियों के रोगियों को भी जिला अस्पताल या रिम्स रेफर करने की जरूरत न पड़े। यहां जेनरल फिजिशियन समेत अन्य चिकित्सक तो सेवा दे ही रहे हैं, पर अब यहां नेत्र सर्जरी की सुविधा भी शुरू करने की दिशा में काम चल रहा है। बुंडू एसडीएच के प्रभारी ने सिविल सर्जन से संपर्क कर नेत्र सर्जरी शुरू करने की अनुमति और जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की थी। इसके आगे की कड़ी में मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने बुंडू एचडीएच का निरीक्षण कर नेत्र विभाग शुरू करने के लिए स्थान चिन्हित कर लिया है।
स्थान चिन्हित, अब आगे की प्रक्रिया में तेजी आएगी
सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि स्थान चयन के करने के बाद अब आगे की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी। अब जैसे ही उपकरण का इंस्टॉलेशन हो जाएगा यहां आसानी से नेत्र की सर्जरी शुरू हो जाएगी। इसके लिए बुंडू सब डिविजनल हॉस्पिटल में नेत्र के विशेषज्ञ चिकित्सक पहले से मौजूद हैं।
यह भी पढ़ें :झारखंड में कलाकारों के लिए बना वेब एप्लीकेशन, किया जाएगा निबंधन
सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने कहा कि धीरे-धीरे रिम्स का भार सदर अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है, ताकि रिम्स के भीड़-भाड़ से मरीजों को राहत मिले। इसी के साथ सब-डिविजनल हॉस्पिटल और सीएचसी को भी अत्याधुनिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत एक से डेढ़ माह के भीतर बुंडू में आंखों की सर्जरी शुरू करने की तैयारी है।
वर्तमान में किडनी राेगियों को मिल रही राहत
अभी बुंडू सब-डिविजनल हॉस्पिटल में किडनी रोगियों को बड़ी राहत मिल रही है। कुछ महीने पहले यहां हंस फाउंडेशन के द्वारा निश्शुल्क डायलिसिस की सुविधा शुरू की गई है। पांच बेड में मरीजों को इसकी सेवा मिल रही है। हर दिन 6 से 7 मरीजों की डायलिसिस की जा रही है। बताते चले कि बुंडू के अासपास से हर दिन डायलिसिस कराने 5 से 7 मरीज सदर अस्पताल पहुंचते थे। सदर अस्पताल आने में न सिर्फ समय की बर्बादी होती थी, बल्कि यात्रा करने के कारण सेहत पर भी असर पड़ता था। अब यह सेवा शुरू होने से नजदीक में ही डायलिसिस की सुविधा मिल रही है।

Reporter | Samachar Post
मैंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। पत्रकारिता के क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर मेरा अनुभव फिलहाल एक साल से कम है। सामाचार पोस्ट मीडिया के साथ जुड़कर स्टाफ रिपोर्टर के रूप में काम कर रही हूं।