
- जूनियर डॉक्टराें ने कहा- चोर गिरोह को रिम्स की सभी खामियों की पूरी जानकारी, दिनदहाड़े दे रहे चोरी की घटना को अंजाम।
Samachar Post, रांची : रिम्स परिसर में एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है। बीते चार दिनों के भीतर रिम्स परिसर से दो बाइक चोरी की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि यहां बाइक चोरों का एक सक्रिय गिरोह बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहा है। पहली घटना 23 मई की है, जब एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्र की TVS Apache बाइक रिम्स किचन के पास पार्किंग स्थल से चोरी हो गई। छात्र ने इस संबंध में बरियातू थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। इसके ठीक चार दिन बाद मंगलवार यानी 27 मई को उसी जगह से इंटर्नशिप कर रहे जूनियर डॉक्टर की Royal Enfield Classic 350 (बुलेट) भी चोरी हो गई। दोनों ही घटनाएं दिनदहाड़े हुईं, जिससे यह साफ है कि अस्पताल परिसर में सुरक्षा तंत्र पूरी तरह से विफल हो चुका है।
गिरोह को सुरक्षा की खामियों की जानकारी
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने कहा कि इन दोनों घटनाओं से यह भी जाहिर है कि बाइक चोरों के गिरोह को रिम्स परिसर की कमजोर सुरक्षा व्यवस्था की पूरी जानकारी है। उन्हें यह पता है कि परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की स्थिति खराब है, और तैनात होम गार्ड या तो मौजूद नहीं होते या फिर सतर्क नहीं रहते।
पहले भी उठ चुके हैं सवाल, अब फिर से दोहराया गया
रिम्स परिसर की सुरक्षा को लेकर रिम्स जेडीए पहले भी कई बार रिम्स प्रबंधन से शिकायत करता रहा है। बावजूद इसके स्थिति जस की तस बनी हुई है। हाल ही में अस्पताल परिसर में महिला डॉक्टर से छेड़खानी की घटना ने भी रिम्स में तैनात गृहरक्षकों की अनुशासनहीनता और कार्यक्षमता पर सवाल खड़े किए थे। अब लगातार हो रही बाइक चोरी की घटनाएं इन सवालों को और गंभीर बना रही हैं।
यह भी पढ़ें : सदर अस्पताल में ब्लड डोनर्स को 25 के बदले 50 रुपये का मिलेगा रिफ्रेशमेंट, जाने आदेश में क्या?
बड़ा सवाल : क्या रिम्स में तैनात होमगार्ड किसी काम के हैं?
4 दिन में चोरी की दो घटनाओं से यह सवाल एक बार फिर उठने लगा है कि क्या रिम्स परिसर की सुरक्षा के लिए तैनात होम गार्ड पर्याप्त और सक्षम हैं? क्या रिम्स में तैनात होमगार्ड किसी काम के हैं? या फिर रिम्स को किसी प्राइवेट सुरक्षा एजेंसी की सेवाएं लेनी चाहिए? रिम्स प्रबंधन को इस मसले पर गंभीर पुनर्विचार करने की जरूरत है। साथ ही ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए ठोस और प्रभावी सुरक्षा उपाय तत्काल लागू किए जाने चाहिए।