
रांची की डॉ. अपेक्षा साहू ने कराया यह चुनौतीपूर्ण प्रसव, न केवल मां और शिशु को सुरक्षित रखा, बल्कि महिला का गर्भाशय भी बचाने में कामयाब रही
Samachar Post, रांची : रांची की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. अपेक्षा साहू ने एक चुनौतीपूर्ण प्रसव कराया। गर्भ में 14-15 सेंटीमीटर के विशाल फाइब्रॉइड के बावजूद 26 वर्षीय महिला ने सफलतापूर्वक बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टरों ने न केवल मां और शिशु को सुरक्षित रखा, बल्कि महिला का गर्भाशय भी बचाने में कामयाब रही। डॉ. अपेक्षा साहू ने बताया कि 26 साल की इस महिला ने 11 सेंटीमीटर के फाइब्रॉइड के साथ गर्भधारण किया था, जिसके चलते गर्भावस्था की शुरुआत से ही जटिलताएं बनी रहीं। पांच से छह सप्ताह की गर्भावस्था के दौरान ही उन्हें लगातार रक्तस्राव की समस्या होने लगी, जिसे डॉक्टरों ने दवाईयों के माध्यम से तीन महीने तक काबू किया। चौथे महीने में रक्तस्राव तो बंद हो गया, लेकिन फाइब्रॉइड का आकार बढ़ता गया। इसके बाद छठें महीने से ही महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी। साथ ही, हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर समस्या ने भी स्थिति को और जटिल बना दिया। नौवें महीने तक लगातार प्रसूता की स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की गई।
जब नौवें महीने तक दोबारा रक्तस्राव के कारण परेशानी बढ़ने लगी, तो महिला की स्थिति को देखते हुए सिजेरियन सेक्शन करने का फैसला लिया गया। ऑपरेशन के दौरान 14-15 सेंटीमीटर का बड़ा फाइब्रॉइड निकाला गया और गर्भाशय को भी सुरक्षित किया गया। खास बात यह रही कि महिला को न तो खून चढ़ाने की जरूरत पड़ी और न ही आईसीयू में भर्ती करने की। प्रसव के बाद मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।