
झासा डेंटल संवर्ग की एक दिवसीय दंत सम्मेलन में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्री, कहा- दंत चिकित्सकों की भूमिका अहम है और उनकी सभी मांगों को दी जाएगी प्राथमिकता
Samachar Post, रांची : झारखंड में पहली बार झासा दन्त संवर्ग की राज्य स्तरीय एक दिवसीय दन्त सम्मेलन का आयोजन आईएमए हॉल में किया गया। इस दन्त सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी उपस्थित हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप में निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं डॉ सीके शाही उपस्थित थे। इस प्रथम राज्य स्तरीय दन्त सम्मेलन में राज्य के विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थापित लगभग डेढ़ सौ दन्त चिकित्सा पदाधिकारी शामिल हुए। मंत्री के आगमन पर आदिवासी लोक नृत्य एवं आदिवासी प्रचलन के अनुसार उनका भव्य स्वागत किया। सम्मेलन के दौरान डॉ शाहरुख अकबर द्वारा पीपीटी के माध्यम से सरकारी अस्पतालों में दन्त चिकिसकों को आने वाली समस्या एवं उसके निराकरण के लिए उठाए जाने वाले कदम से अवगत कराया गया। सिमित संसाधनों में दन्त चिकित्सकों द्वारा किए जा रहे सराहनीय कार्यों की झलकियां भी दिखाई गई। अंत में उन्होंने पाकुड़ जिला के सदर अस्पताल में एडवांस्ड डेंटल क्लिनिक की स्थापना को पाइलट मॉडल नाम देते हुए कहा कि ऐसी ही उन्नत डेंटल क्लिनिक पूरे राज्य में हर सदर असपटल में बनाया जाए।
फरवरी के बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे : स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का सपना जल्द ही साकार होगा और राज्य की जनता को रिम्स-2 का उपहार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फरवरी के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। वे स्वयं एक डॉक्टर हैं और अब मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं, इसलिए प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ और बेहतर बनाने के लिए उन्हें डॉक्टरों का पूरा सहयोग और समर्थन चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि हम झारखंड के हर नागरिक तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दंत चिकित्सकों की भूमिका अहम है और उनकी सभी मांगों को प्राथमिकता दी जाएगी।
12 सूत्री मांग पत्र मंत्री व निदेशक प्रमुख को सौंपा
झासा दन्त संवर्ग के उपाध्यक्ष डॉ शरद कुमार ने कहा कि यह दन्त सम्मेलन का उद्देश्य है मंत्री एवं विभागीय पदाधिकारियों सहित झासा व आईएमए के मार्गदर्शन और सुझाव से कैसे बेहतर तरीके से आमजनों तक दन्त चिकित्सा की सेवा मुहैया कराई जाए। साथ ही दन्त चिकित्सा पदाधिकारियों की जो महत्वपूर्ण मांगे है उन मांगो को भी रखा गया। दन्त संवर्ग ने अपनी 12 सूत्री मांगों का एक मांग पत्र मंत्री एवं निदेशक प्रमुख को सौंपा गया।
सम्मेलन में डॉक्टरों की मांग व मंत्री की घोषणाएं…
- डेंटल सेवाओं का उन्नयन : सभी सरकारी डेंटल सेटअप को आधुनिक उपकरणों और सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा।
- डॉक्टरों की सुरक्षा : ड्यूटी पर डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
- एनएचएम डेंटल सर्जनों का वेतन वृद्धि : एनएचएम के तहत कार्यरत डेंटल सर्जनों का वेतन बढ़ाया जाएगा।
- आयुष्मान भारत योजना में डेंटल सेवाएं : डेंटल प्रक्रियाओं को आयुष्मान भारत योजना में शामिल किया जाएगा।
- नई भर्तियां और कैडर सृजन : डीएसीपी प्रावधान, एमडीएस विशेषज्ञ कैडर और डेंटल स्टाफ की नई भर्तियां की जाएगी।
- 1000 नए पीएचसी की स्थापना : इनमें डेंटल सेवाएं भी उपलब्ध होगी।