
सप्लाई एजेंसी अवनी मेडिकल के बिल लटकाने का है मामला, प्रबंधन ने एक सप्ताह में स्पष्टीकरण का जवाब नही देने पर कानूनी कार्रवाई की दी है चेतावनी
Samachar Post, रांची : रिम्स के कर्मचारी अस्पताल में मशीन व उपकरण सप्लाई करने वाली एजेंसी का बिल लटका रहें हैं। कमीशन के कारण ऐसा किया जा रहा है। इसी क्रम में रिम्स के दो कर्मी को बिल लटकाने के मामले में शोकॉज किया गया है। जिन्हें प्रबंधन ने शोकॉज किया है उनमें रिम्स के सर्जिकल स्टोर में तैनात कर्मी शिवनारायण प्रसाद (भंडारपाल) और जितेंद्र भगत (भंडारपाल) है। इन दोनों कर्मियों को प्रबंधन ने एक सप्ताह में जवाब देने को कहा गया है। स्पष्टीकरण का जवाब नही देने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। यानी प्रबंधन अगर इनके जवाब से संतुष्ट नही हुई और लगे आरोपों की पुष्टि हुई तो रिम्स प्रबंधन इन दोनों का सेवा समाप्त भी कर सकता है। इन दोनों पर आरोप है कि निजी कंपनी अवनी मेडिकल का बिल इनके द्वारा लटकाया गया।
कई बार कंपनी द्वारा लिखित में आवेदन भी दी गई बावजूद बिल को आगे नही बढ़ाया गया। एजेंसी के संचालक द्वारा किए गए शिकायत के अनुसार, कर्मियों द्वारा बिल संबंधित फाइल आगे बढ़ाने के लिए एजेंसी से कमीशन की मांग की गई थी। एजेंसी द्वारा कमीशन नही देने पर फाइल लंबे समय तक लटकाया गया था। शिकायत मिलने के बाद प्रबंधन ने सख्ती से कार्रवाई करते हुए इन दोनों को शोकॉज किया है।
बिल भुगताल समय पर नही होने से एजेंसी रिम्स के टेंडर में नही दिखाते दिलचस्पी
रिम्स में अब भी आधा दर्जन से ज्यादा एजेंसी आउटसोर्स में कार्यरत हैं। लेकिन प्रबंधन द्वारा अधिकांश एजेंसी का समय पर बिल भुगतान नही किया जाता। रिम्स के इस रवैये के कारण एजेंसी रिम्स के साथ काम करने से भी कतराती है। टेंडर में भी दिलचस्पी नही दिखाती है। हालांकि, कई बार प्रबंधन के स्तर से भुगतान में देरी नही होती, बशर्ते फाइल प्रबंधन के पास पहुंच जाए। लेकिन इन दोनों के जैसे कर्मी फाइन अपने पास लंबे समय तक रोके रहते हैं।