रिम्स के डॉ. प्रदीप कुमार भट्टाचार्य के नेतृत्व में इंडियन सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसीन के एक्सपर्ट्स देश भर में 10 बेड आईसीयू चलाने की देंगे ट्रेनिंग, आईएससीसीएम के साथ भी हुआ एमओयू
Samachar Post, रांची : कोविड के बाद देश भर में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ी है। एडवांस ट्रीटमेंट की कल्पना जिला अस्पताल में संभव नही थी, आज सुविधाएं मिलनी शुरू है। अब शहर के साथ ग्रामीण इलाकों में भी गहन चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रायलेट प्रोजेक्ट चला रही है। दो-तीन बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भारत सरकार के साथ मिलकर देश भर में 10 बेड आईसीयू के कॉन्सेप्ट पर काम कर रही है। इसके तहत सभी राज्यों में 258 दस बेडेड आईसीयू तैयार करने की योजना है। ये आईसीयू जिला अस्पताल से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के सीएचसी तक में स्थापित किए जाएंगे। आईसीयू का पूरा सेटअप प्राइवेट कंपनी अपनी खर्च से करेगी, जिसके बाद कंपनी सरकार को हैंडओवर करेगी। फिर सरकार इसका संचालन कराएगी।
झारखंड में भी 40 जगहों में 10 बेड आईसीयू तैयार किया जाना है। इसके लिए झारखंड सरकार के साथ उक्त प्राइवेट कंपनी का एमओयू भी हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जल्द कंपनी को अस्पताल व सीएचसी में स्थान अलॉट करना है जहां वे आईसीयू तैयार करेंगे और सभी एडवांस उपकरण इंस्टॉल करेंगे। इसके अलावा डॉक्टर, नर्स, पारामेडकल कर्मियों को ट्रेनिंग भी देंगे।
क्या होगा फायदा?
अभी झारखंड में आईसीयू बेड सीमित है। आईसीयू बेड रहने के बाद भी एक्सपर्टिज की कमी है। कई अस्पतालों में बगैर एक्सपर्ट के ही आईसीयू का संचालन हो रहा है। जबकि आईसीयू के लिए प्रॉपर ट्रेंड डॉक्टर से लेकर टेक्निशियन तक की आवश्यकता है। 10 बेड आईसीयू शुरू होने से राज्य में एक साथ 400 एडवांस आईसीयू बेड की बढ़ोत्तरी होगी। साथ ही इंडियन सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन के एक्सपर्ट द्वारा राज्य के चिकित्सक, नर्स व टेक्निशियन आदि को पूरा प्रशिक्षण भी मिलेगा, जिससे चिकित्सीय गुणवत्ता भी बढ़ेगी।
रिम्स क्रिटिकल केयर विभाग के हेड डॉ. प्रदीप भट्टाचार्य। |
रिम्स के डॉ. पीके भट्टाचार्य के नेतृत्व में देश भर में दी जाएगी ट्रेनिंग
रिम्स क्रिटिकल केयर विभाग के डॉ. प्रदीप कुमार भट्टाचार्य ने बताया कि 10 बेड आईसीयू प्रोजेक्ट और इंडियन साेसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन (आईएससीसीएम) के साथ एमओयू हो चुका है। चूंकि मैं आईएससीसीएम का नेशनल प्रेसिडेंट हूं तो मेरे मार्गदर्शन में ही देश भर में जितने 10 बेड आईसीयू बनेंगे वहां के मैनपावर को ट्रेनिंग दी जाएगी। डॉ. भट्टाचार्य के अनुसार, आईएससीसीएम के सदस्य ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार करने में लग चुके है। 25 से 30 मॉड्यूल तैयार कर इसे सीनियर सदस्यों से वैलिडेट कराया जाएगा। जिसके बाद हर राज्य या सेंटर के आधार पर 4-4 दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जाएगा। डॉ. प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि 10 बेड आईसीयू का कॉन्सेप्ट इसलिए बनाया गया है ताकि देश भर में क्रिटिकल रोगियों के इलाज के लिए एक जैसा मॉड्यूल हो, एक जैसी ट्रेनिंग हो, एक जैसी पढ़ाई हो और एक जैसी टीम हो।
एक 10 बेड आईसीयू तैयार करने में कम से कम 3 करोड़ खर्च, ये सुविधाएं मिलेगी
10 बेड आईसीयू प्रोजेक्ट के लिए काम कर रही प्राइवेट कंपनी द्वारा सरकार को निश्शुल्क आईसीयू तैयार कर सौंपा जाएगा। एक 10 बेड आईसीयू का सेटअप तैयार करने में कम से कम 3 करोड़ का खर्च अनुमानित है। सभी आईसीयू में हाइब्रिड वेंटिलेटर, मॉनिटर, ब्लड एनालिसिस सिस्टम, ओटाेस्कोप, बाइपैप, रेडिएंट वॉर्मर, डिफाइब्रिलेटर, इंफ्यूजन पंप, सीरिंज पंप, आईसीयू बेड (एडल्ट एंड पीडियाट्रिक), क्रैश कार्ट, शिफ्टिंग ट्रॉली, मोबाइल एक्सरे मशीन, ईसीजी मशीन 3 चैनल, लैरिंगोस्कोप, डायल बीपी, एचएमवी फिल्टर, वैक्टिरियल फिल्टर और रिसक्सेशन बैग आदि उपकरण की सुविधा होगी।
इस सूची में झारखंड के 40 आईसीयू समेत एक अन्य राज्य का आंकड़ा शामिल नही है। |
10 Bed ICU : देश भर में 258 गहन चिकित्सा ईकाई के साथ झारखंड में भी 10 बिस्तर वाली 40 आईसीयू बनेगी, हर तरह के एडवांस इक्यूपमेंट्स से लैस होगी |@HemantSorenJMM @BannaGupta76 @Rimsranchi
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