Samachar Post, रांची : सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि टीबी को जड़ से खत्म करने की दिशा में काफी कोशिशें की जा रही है, टीबी के आंकड़ें इसकी सकारात्मक पुष्टि भी कर रही है। इसी दिशा में शुक्रवार यानी 7 जून से 20 जून तक जिले में एक्टिव केस फाइंडिंग प्रोग्राम की शुरूआत होगी। इसके तहत सुदुवर्ती क्षेत्र, जनजातीय क्षेत्र, ओल्डएज होम, कैदियों, एचआईवी और डायबिटिज समेत अन्य टीबी से ग्रसित होने वाले क्षेत्र में सहिया या टीबी सुपरवाइजर घर-घर जाकर टीबी के संभावित मरीजों को चिन्हित करेंगे। इन चिन्हित रोगियों को मुफ्त इलाज व दवाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
21.97 लाख आबादी को 1 जुलाई से लगाया जाएगा एडल्ट बीसीजी वैक्सीनेशन…
जिला टीबी प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर राकेश राय ने बताया कि एक्टिव केस फाइंडिंग प्रोग्राम के बाद अगले चरण में 1 जुलाई से एडल्ट बीसीजी वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा। कुल 21.97 लाख आबादी को सभी प्रखंडों से टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान के लिए जिला मॉनिटरिंग और सुपरविजन के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है। टीबी के कर्मिया 4.11 लाख घरों में जाकर संभावित लोगों को चिन्हित करेंगे।
इन्हें लगाया जाएगा बीसीजी का टीका…
- बीसीजी प्रतिरक्षण के लिए सहमति देने वाले 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को।
- 5 वर्ष पूर्व तक के टीबी रोग का उपचार ले चुके व्यक्ति को।
- 3 वर्ष पूर्व तक के टीबी रोगी के संपर्क में रहने वाले व्यक्ति को।
- धुम्रपान या शराब सेवन करने वाले व्यक्तियों को।
- कुपोषित व्यक्तियों को।
- मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति को।
- 60 वर्ष से अधिक के सभी व्यक्तियों को।