आगे पीसीएम लेकर पढूंगा, जेईई की तैयारी करूंगा… पढ़ाई को लेकर कहा- घर वालों ने कभी भी प्रेशर नही डाला
Samachar Post, रांची : झारखंड बोर्ड से 10वीं में स्टेट से चौथा और रांची से पहला स्थान प्राप्त करने वाले संत जॉन्स हाई स्कूल के टॉपर सुमित कुमार महतो ने कहा कि रिजल्ट देखने के बाद कुछ देर तक मुझे विश्वास नही हो रहा था कि मैं स्कूल का नहीं बल्कि पूरे जिले का टॉपर हूं। हालांकि निराश भी हूं क्योंकि मैंने स्टेट टॉप-1 के लिए तैयारी की थी। सुमित ने बताया कि दो साल पहले ही स्कूल में एक टीचर ने बताया था कि यहां से अंतिम बार 2007 या 2008 में टॉपर निकला था, इसके बाद 15 साल से स्कूल ने टॉपर नही दिया है। मैंने तब ही निश्चय कर लिया था कि चाहे कितनी भी मेहतन करनी पड़ी, 15 साल के ग्रहण को मैं ही दूर करूंगा और रिकॉर्ड भी ब्रेक करूंगा। मुझे खुशी है कि मैंने जो सोचा, जिसके लिए तैयारी की वह कर दिखाया।
आगे जेईई की तैयारी करूंगा
सुमित ने समाचार पोस्ट के रिपोर्टर से बात करते हुए कहा कि मुझे फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स में इंटरेट्स है। तो मैं वहीं सब्जेक्ट लेकर आगे पढ़ाई जारी रखूंगा। जेईई के लिए तैयारी में जी जान लगा दूंगा और इसमें भी ऑल इंडिया में अच्छा रैंक लेकर आऊंगा। टॉपर बनने को लेकर सुमित ने कहा कि मुझे घर वालों का काफी सपोर्ट मिला, टीचर्स का सपोर्ट मिला। पढ़ाई से ज्यादा अनुशासन मायने रखता है, और टीचर्स ने यह भी बखूबी सिखाया। घर वालों ने कभी भी पढ़ाई को लेकर प्रेशर नही डाला। कभी भी पढ़ने के लिए टोका नही गया।
जब तक टॉपिक कंप्लीट नही होती मैं सोता नही था
सुमित ने बाकी स्टूडेंट्स को टॉपर बनने की टिप्स देते हुए कहा कि मैं वैसी ही तैयारी करता था जैसा सभी करते हैं। हां मैं हर दिन टूडे लिस्ट बनाता था। हर दिन के लिए गोल सेट करता था कि आज मुझे इस टॉपिक को पूरा करना है। आज इस टॉपिक को पढ़ना है। घड़ी देखकर कभी भी पढ़ाई नही की, हां- जब तक टॉपिक कंप्लीट नही होती थी मैं तब तक सोता नही था। सुमित ने बताया कि घर में माता-पिता के अलावा बड़ा भाई है। पापा एक मीडिया हाउस में डिसपैच डिपार्टमेंट में काम करते हैं, मां हाउसवाइफ है और भाई इंटर के बाद कंपीटीशन की तैयारी कर रहा है।