Samachar Post, रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के बोरियो विधायक एक बार फिर पार्टी से नाराज हो गए हैं। उन्होंने खुद को बागी बोले जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बागी झारखंड मुक्ति मोर्चा है… लोबिन हेंब्रम नहीं।गुरुवार को प्रेसवार्ता कर लोबिन हेंब्रम ने राजमहल सीट से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा भी की। इस दौरान हेंब्रम ने जेएमएम के सिद्धांत व मेनिफेस्टो पर कई सवाल भी उठाए। बोलें- जेएमएम ने अपनी नीति और सिद्धांत को एक तरह से बेच दिया है। पार्टी ने अपनी मेनिफिस्टो से नियोजन नीति, स्थानीय नीति, सीएनटी-एसपीटी और पेसा एक्ट को गायब कर दिया है।
जिस भरोसे के साथ जनता भारी मतों से जिताई और हेमंत सोरेन को गद्दी पर बैठाया। लेकिन पार्टी उन सिद्धांतों को गद्दी पर बैठते ही भूल गई। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कुर्सी पर बैठने के बाद ही नियोजन नीति, स्थानीय नीति, सीएनटी-एसपीटी और पेसा एक्ट को लागू करना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
कल्पना नहीं बसंत सोरेन को मिलना चाहिए था मौका
लोबिन हेंब्रम ने कड़े शब्दों में कहा कि मेरी नाराजगी पर लोग कहते हैं कि आपको कल्पना सोरेन से मिलना चाहिए था। मैं कहता हूं कौन होती हैं कल्पना सोरेन। उनकी जगह बसंत सोरेन से मिलना होता तो मिलते। कई मौके पर मिले भी है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद मौका मिलना चाहिए था तो बसंत सोरेन को मौका मिलना चाहिए। आज अगर बसंत सोरेन बुलाते हैं तो जरूर चला जाऊंगा। पार्टी के लोगों ने जेएमएम को बंधन बना कर रखा है।
जनता ने कहा- जेएमएम में आपके लिए जगह नहीं
उन्होंने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान लोगों से मिला। क्षेत्र में लोगों ने कहा कि जेएमएम में अब आपके लिए जगह नहीं है। इसलिए कहता हूं मैं निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा और जीतूंगा। इसके बाद भी मैं जेएमएम को बचाने का काम करूंगा। उन्होंने कहा कि आज मैं चुनाव लड़ने की घोषणा करता हूं। परिणाम क्या होगा यह तो नहीं कह सकता। लेकिन, इतना भरोसा जरूर दिलाता हूं कि मैं राज्य की जनता को नहीं छोड़ सकता हूं। यहां के नौजवानों को नहीं छोड़ सकता हूं। उन्होंने कहा कि राजमहल लोकसभा सीट की जनता का सपोर्ट है। मैं निर्दलीय चुनाव लडूंगा।
विजय हांसदा एमपी नहीं, बड़ा ठेकेदार
बोरियो विधायक ने कहा कि राजमहल लोकसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विजय हांसदा इकलौते सांसद हैं। लेकिन, इस बार जनता विजय हांसदा के पक्ष में नहीं है। वहां की जनता उनका विरोध करती है। वह एमपी नहीं, बल्कि बड़ा ठेकेदार है। उन्होंने कहा कि विजय हांसदा की शिकायत कई तरह से वहां के लोगों ने किया।