Samachar Post, रांची : रामकृष्ण मिशन आश्रम दिव्यायन कृषि विज्ञान केंद्र मोराबादी के सभागार में गुरूवार को योग महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 का 100 दिवस काउंटडाउन कार्यक्रम के अन्तर्गत 78वां दिवस वृहत व सफल रूप से पतंजलि योग पीठ के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम का आयोजन दो सत्र में किया गया। प्रथम सत्र में सुबह 7 से 8 बजे तक झारखंड 37 केन्द्रों पर करीब 2800 लोगों ने सामान्य योग प्रोटोकॉल योगाभ्यास किया। दूसरे सेशन में 3 से 5 बजे तक सेमिनार का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का थीम योग युक्त झारखंड, रोगमुक्त झारखंड और नारी सशक्तिकरण पर था। कार्यक्रम का उद्घाटन झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अनुभा रावत चौधरी ने ऑनलाइन किया। उन्होंने कहा कि योग जीवन का अभिन्न अंग होना चाहिए व सभी को योग करने के लिए प्रेरित किया।
स्वामी विवेकानन्द ने जो कल्पना की थी आज हकीकत में होता प्रतित हो रहा
दुसरे सत्र की शुरुआत संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। स्वागत भाषण आश्रम के सहसचिव स्वामी अंतरानंद ने किया। सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में पूजा जो स्वयं व्हील चेयर पर होते हुए भी अपने वक्तव्य से श्रोताओं को अपने पैर पर खड़े होने के लिए प्रेरित किया। योगाचार्य सूर्यप्रकाश ने नारी सशक्तिकरण में योग की योगदान के विषय में बताया। उसके बाद रमनी रंजन पाणिग्रही ने अपनी बातें रखीं। आश्रम के सचिव स्वामी भवेशानंद महाराज ने पुरे कार्यक्रम के विषय में विस्तार से बताया और कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने एक ऐसे भारत की कल्पना की थी जो, जंगल, पहाड़, झोपड़ी इत्यादि से निकलेगा और आज ये हकीकत में होता हुआ नजर आ रहा है। उन्होंने यौगिक, नैतिक व जैविक झारखंड की परिकल्प की।