- हिमोफिलिया, थैलेसिमिया, सिकल सेल जैसी बीमारी के लिए 2018 में हुई थी राज्य सलाहकार व समीक्षा समिति का गठन, तत्काल बैठक कराने के लिए लाइफ सेवर्स ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को लिखा पत्र
Samachar Post, रांची : हिमोफिलिया, थैलेसीमिया, सिकल-सेल-एनिमिया समेत अन्य हिमोग्लोबिनोपैथी बीमारी के उपचार और संचालित डे केयर सेंटर के बेहतर संचालन व चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए साल 2018 में राज्य सलाहकार और समीक्षा समिति का गठन किया गया था। जिसका उद्देश्य कार्यक्रम की समीक्षा करना, परिचालन बाधाओं की पहचान करना और काम में सुधार करने के साथ-साथ व्यापक और समग्र दृष्टिकोण बनाने के लिए सुधारात्मक परिचालन कदम सुनिश्चित करना था। इन बीमारियों से पीड़ित रोगियों के लिए सार्थक रोकथाम, देखभाल और इलाज की दिशा में कार्य करना था। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि समिति के गठन के छह साल बाद भी एक बैठक तक नही की गई है। ऐसे में समिति के सदस्य और लाइफ सेवर्स संस्था के संस्थापक अतुल गेरा ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख जल्द से जल्द बैठक बुलाने का आग्रह किया है।
इन बीमारी से पीड़ितों को कई तरह की समस्याओं का करना पड़ रहा सामना
अतुल गेरा ने कहा कि इन बीमारी से पीड़ितों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन्हें इलाज भी ठीक ढ़ग से नही मिल पा रहा है। ऐसे में जिस उद्देश्य से समिति का गठन किया गया था वह पूरा नही हो पा रहा है। बीमारी से पीड़ितों की स्थिति को ध्यान देते हुए तत्काल बैठक कर चिकित्सा व्यवस्था को सुधार करने की जरूरत है। अतुल गेरा ने कहा कि ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर ध्यान नहीं दिया गया है, कई डे केयर अब भी चालू नहीं हैं, बच्चों को दवाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं और कई अन्य मुद्दे हैं जिन पर तत्काल ध्यान देने और कार्रवाई की आवश्यकता है।
समिति में ये है सदस्य…
1. स्वास्थ्य सचिव – चेयरपर्सन
2. एमडी, एनएचएम – चेयरपर्सन
3. जेसेक्स के प्रोजेक्ट डायरेक्टर – सचिव
4. डीआईसी झारखंड – सदस्य
5. ब्लड सेल के नोडल – सदस्य सचिव
6. डॉ. संजय सिंह, रिम्स – सदस्य
7. डॉ. प्रांतर चक्रवर्ती, सेवानिवृत्त – सदस्य सह टेक्निकल एक्सपर्ट
8. डॉ. गोविंद सहाय, सेवानिवृत्त – सदस्य सह लैब एक्सपर्ट
9. ड्रग डायरेक्टर, एनएचएम – सदस्य
10. संतोष कुमार जयसवाल – सदस्य
11. अतुल गेरा – सदस्य