- आरयू : कॉमर्स स्ट्रीम में पिछले एग्जाम से पूछे गए थे हूबहू सवाल, आंसर-की भी जारी नहीं- राजभवन पहुंचा मामला
Samachar Post, रांची : रांची यूनिवर्सिटी का पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम-2023 पिछले साल 24 दिसंबर को हुआ था। तब से यह एंट्रेंस एग्जाम विवादों और सुर्खियों में है। शनिवार को यह मामला राजभवन पहुंच गया है। छात्र आजसू के सदस्यों ने राज्यपाल सह कुलाधिपति के नाम आवेदन सौंपकर परीक्षा मानक पूरा नहीं करने की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। कहा कि परीक्षा के समय अभ्यर्थियों को न तो बुकलेट दिया और न ही प्रोविजनल आंसर-की जारी कर अभ्यर्थियों से आपत्ति आमंत्रित किया गया। अभ्यर्थियों ने एक सप्ताह तक निजी परीक्षा एजेंसी एनसीसीएफ में ताला जड़ दिया था।
इसके बाद विवि प्रशासन द्वारा असंतुष्ट अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित किया गया। लगभग 300 से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया। लेकिन दो माह से अधिक समय बीत जाने के बाद आपत्तियां यथावत है। यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा आपत्तियों के निराकरण के लिए कमेटी भी गठित की गई। लेकिन निष्कर्ष शून्य रहा। छात्र आजसू के विवि अध्यक्ष अभिषेक शुक्ला ने कहा कि सभी अभ्यर्थियों का रिजल्ट जनरल कैटेगरी में था। इतना ही वाणिज्य विषय में पिछले प्रवेश परीक्षा से सभी सवाल पूछे गए थे। इसलिए प्रवेश परीक्षा को रद्द किया जाए।
सेमेस्टर-4 परीक्षा की फिर से जांच की जाए
स्नातक सेमेस्टर-4 की परीक्षा का रिजल्ट को छात्रों को विरोध जारी है, जबकि इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन स्थिति स्पष्ट कर चुका है। विवि प्रशासन का कहना है कि सेमेस्टर-4 रिजल्ट के बाद अधिकांश स्टूडेंट्स सेमेस्टर-5 का एग्जाम फॉर्म जमा कर चुके हैं। इधर स्टूडेंट्स का कहना है कि 70 से 75 प्रतिशत छात्र फेल कर चुके हैं। राज्यपाल से विवि प्रशासन को फिर उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए निर्देश देने का आग्रह किया है। मौके पर मुख्य रुप से रोहित चौधरी, विपिन यादव, विक्रम यादव, विक्रम यादव, मनजीत, प्रियांशु शर्मा, प्रतीक कुमार, आकाश नयन, बीरबल समेत अन्य थे।