Samachar Post, रांची : लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने 6 राज्यों के गृह सचिव को पद से हटा दिया। झारखंड के गृह सचिव भी इसमें शामिल हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता में नवनियुक्त चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू की सोमवार दोपहर में बैठक के बाद इस आशय का फैसला लिया गया। जिन वरीय अधिकारियों को गृह सचिव के पद से हटाया गया है, उनके पास संबंधित राज्यों में मुख्यमंत्री कार्यालय में दोहरे प्रभार थे। झारखंड के गृहसचिव अरवा राजकमल को राज्य सरकार ने हाल में मुख्यमंत्री के सचिव के साथ-साथ गृह सचिव की जिम्मेदारी भी सौंपी थी। इसलिए उन्हें भी हटाया गया। झारखंड के अलावा गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के गृह सचिवों को हटाया गया है। वहीं, चुनाव आयोग के फैसले के बाद पश्चिम गंगाल के डीजीपी को हटाते हुए विवेक सहाय को नया डीजीपी बनाया गया है।
![]() |
आईएएस अरवा राजकमल। |
अरवा राजकमल को 27 फरवरी को बनाया गया था सीएम का प्रभारी सचिव
अरवा राजकमल को 27 फरवरी को कल्याण विभाग से स्थानांतरित करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का प्रभारी सचिव बनाया गया था। इसके एक सप्ताह बाद कई सीनियर आईएएस अधिकारियों के रहते हुए 2008 बैच के आईएएस अधिकारी अरवा राजकमल को बीते 5 मार्च को गृह, आपदा प्रबंधन एवं कारा विभाग के सचिव का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा दिया गया। आचार संहिता लागू होने के बाद राज्य में 13 दिन पहले गृह सचिव बनाए गए अरवा राजकमल को अब केन्द्रीय चुनाव आयोग ने हटा दिया।
गृह सचिव के लिए वंदना दादेल, अबुबकर व मनीष रंजन का नाम आयोग को भेजा
राज्य सरकार ने झारखंड के नए गृह सचिव के लिए तीन अधिकारियों के नामों का पैनल निर्वाचन आयोग को सोमवार की शाम भेज दिया है। निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार इस पैनल में प्रधान सचिव रैंक की अधिकारी वंदना दादेल के अलावा सचिव रैंक के अधिकारी अबुबकर सिद्दीख व मनीष रंजन का नाम भी शामिल है। वंदना दादेल फिलहाल वन एवं पर्यावरण, सिद्दीख कृषि और मनीष रंजन भू-राजस्व एवं भवन निर्माण के सचिव हैं। अब निर्वाचन आयोग को इन तीन नामों में से किसी एक पर अपनी स्वीकृति देनी है।